यौन शौषण के आरोपी BJP सांसद बृजभूषण पर पहले ही दर्ज हैं 40 मुकदमें‚ फिर भी बचाव कर रही है भाजपा

5 Min Read
BJP सांसद बृजभूषण
BJP सांसद बृजभूषण

New delhi: सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद दिल्ली पुलिस को मजबूरी में भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए तैयार होना पड़ गया है। अगर पुलिस ऐसा नही करती तो शायद खुद पुलिस के खिलाफ ही FIR दर्ज हो सकती थी।

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को बृजभूषण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई की। चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की बेंच ने मामले की सुनवाई की.  भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर एक नाबालिग सहित सात पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को इस मामले में अब तक FIR दर्ज नही करने पर कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट के मूड़ काे भांपते हुए दिल्ली पुलिस ने तत्तकाल बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का हल्पनामा कोर्ट के सामने पेश कर दिया।

पहलवानों की याचिका पर सुनवाई के दौरान उनके वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि वे प्रभावित लड़कियों की सुरक्षा को लेकर भी चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि यह सब 2016 से चल रहा है। मौखिक शिकायत की गई, कुछ नहीं हुआ। फिर इसी साल जनवरी में औपचारिक रूप से जानकारी दी तो उन्होंने कहा, चलो एक कमेटी बनाते हैं। लेकिन कुछ न हुआ। कम से कम तुरंत एक प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए थी।

दिल्ली पुलिस की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि इस चिंता को हम पर छोड़ देना चाहिए। दिल्ली पुलिस आयुक्त इस संबंध में सभी चिंताओं और प्रश्नों पर गौर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने अपनी ओर से कहा है कि वह प्राथमिकी दर्ज कर रही है.

मुख्य न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद आदेश में कहा कि चूंकि इस मामले में संज्ञेय अपराध की शिकायत है, इसलिए दिल्ली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है. पहलवानों के वकील कपिल सिब्बल ने एक सीलबंद लिफाफे में एक हलफनामा दायर किया है, जिसमें कहा गया है कि जिस नाबालिग लड़की का कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया गया था, उसकी सुरक्षा के लिए उन्हें खतरा है। अदालत ने कहा कि वह दिल्ली पुलिस आयुक्त को निर्देश देती है कि वह लड़की की सुरक्षा व्यवस्था करे और मुहैया कराई गई सुरक्षा के संबंध में एक हलफनामा दाखिल करे। मामले की सुनवाई अगले हफ्ते होगी।

बृजभूषण पर दर्ज हैं 40 और मुकदमें

पहलवानों के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि बृजभूषण के खिलाफ 40 मामले दर्ज हैं। ऐसे में शिकायतकर्ता महिला पहलवानों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए। सिब्बल ने कहा कि महिला पहलवानों ने सुरक्षा की मांग की है. इनमें हत्या के मामले भी दर्ज हैं। उन्होंने मांग की कि ऐसे में इस मामले की जांच एसआईटी से कराई जाए, जिसकी निगरानी किसी पूर्व जज को करनी चाहिए। इस पर CJI ने कहा कि वह दिल्ली पुलिस के वकील के बयान को रिकॉर्ड में रख रहे हैं कि इस मामले में आज प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.

40 मुकदमें होने के बाद भी BJP कर रही बृजभूषण का बचाव

पहलवानों के वकील कपिल सिब्बल ने जब कोर्ट में जानकारी दी कि बृजभूषण के खिलाफ 40 मामले पहले से दर्ज हैं तो हर कोई हैरान रह गया। ज्यादा हैरानी इस बात को लेकर है कि महिलाओं की सुरक्षा का ढिंढौरा पीटने वाली BJP ऐसे अपराधी सांसद को बचाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि दिल्ली पुलिस BJP के इशारे पर ही इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई करने से पीछे हट रही थी‚ लेकिन कोर्ट की फटकार के बाद मजबूरी में तैयार होना पड़ा।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Exit mobile version