मनोज कुमार
उत्तराखंड: बागेश्वर जिला मुख्यालय के नजदीक जोशीगांव में बृहस्पतिवार शाम एक मकान से एक विवाहिता और उसके तीन बच्चों के सड़े-गले शव मिलने से हड़कंप मच गया। मृतकों में एक 5-6 महीने का बच्चा भी है। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। घर के दरवाजे अंदर से बंद होने के कारण पुलिस प्रथम दृष्टया खुदकुशी मानते हुए जांच में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार जोशीगांव निवासी गोविंद सिंह बिष्ट का मकान गांव के अन्य मकानों से हटकर है। दो साल पहले यह मकान भूस्खलन की चपेट में आने के कारण गोविंद सिंह के परिवार ने यह मकान छोड़ दिया था। करीब दो साल से इस मकान में कपकोट के भनार गांव के मूल निवासी भूपाल राम (45) परिवार सहित रहने लगा था। उसके परिवार में पत्नी नीमा देवी (40), पुत्री अंजलि (14), पुत्र कृष्णा (8), पुत्र भाष्कर (6 माह) रहते थे। गांव के अन्य मकानों से करीब सौ मीटर की दूरी पर होने से इस मकान की ओर गांव के लोगों की आवाजाही कम थी।
बृहस्पतिवार शाम को गांव के कुछ लोग इस मकान के पास से गुजरे तो उनको बदबू महसूस हुई। ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो घर के दोनों दरवाजे भीतर से बंद थे और कमरों से बदबू आ रही थी। इसके बाद लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर एसपी हिमांशु कुमार वर्मा, एसडीएम हर गिरी, सीओ अंकित कंडारी, कोतवाल कैलाश सिंह नेगी दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गए। मकान के दोनों दरवाजे अंदर से बंद थे। पुलिस दरवाजे तोड़कर मकान के अंदर पहुंची।
कमरे में एक महिला नीमा देवी (40), पुत्री अंजलि (14), पुत्र कृष्णा (8), पुत्र भाष्कर (5-6 माह) के शव पड़े हुए थे। शवों से दुर्गंध आ रही थी। पुलिस ने चारों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया।स्थानीय लोगों ने बताया कि भूपाल राम लकड़ी के बर्तनों के साथ ही ढोल, दमाऊ बनाने का काम करता था। उसकी बड़ी लड़की की शादी हो गई थी। पुलिस के अनुसार भूपाल राम के खिलाफ बागेश्वर कोतवाली में धोखाधड़ी का केस दर्ज था। गिरफ्तारी के डर से वह घर से फरार रहता था।
सीओ अंकित कंडारी के अनुसार शवों पर कहीं किसी तरह की चोट के निशान नहीं हैं। शव कई दिन पुराने होने की आशंका जताई जा रही है। भूपाल राम कई महीने से लापता बताया जा रहा है।
घर के दोनों दरवाजे भीतर से बंद थे। मामला खुदकुशी का प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम होने के बाद मौत के कारण का पता चल सकेगा। – हिमांशु कुमार वर्मा, एसपी, बागेश्वर।