मनोज कुमार
उत्तर प्रदेश: कौशांबी पुलिस ने 2 बेशकीमती मूर्तियों के साथ 10 तस्करों को गिरफ्तार किया है। इन मुर्तियों में एक मूर्ति अष्टधातु की और दूसरी मिश्रित धातु की है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमत 95 करोड़ रुपए आंकी गई है। इन दोनों मूर्तियों को केरल में 25 करोड़ रुपये में बेचने की तैयारी हो रही थी। इससे पहले ही पुलिस ने इनको गिरफ्तार कर लिया।
एसपी हेमराज मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि महेवाघटा थानाप्रभारी शुक्रवार को गश्त पर थे। उनको मुखबिर से सूचना मिली कि यमुना ब्रिज के नीचे कुछ मूर्ति तस्कर चोरी की बेशकीमती मूर्ति बेचने के फिराक में हैं। इसके बाद पुलिस ने छापामारकर यमुना ब्रिज के नीचे से दस संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि बरामद को गई मूर्तियों में से एक अष्टधातु मूर्ति का वजन 62 किलो है इस मूर्ति का अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कीमत लगभग 85 करोड़ रुपये हैं। दूसरी मूर्ति पांच टुकड़ों में बरामद हुई जो मिश्रित धातु से बनी 46 किलो वजन की है। जिसकी कीमत 10 करोड़ आंकी गई है। इस तरह दोनो मूर्तियों की कीमत लगभग 95 करोड़ रुपए है।
पूछताछ के दौरान तस्करों ने बताया कि उन्होंने दोनों मूर्तियां बुंदेलखंड इलाके से लगभग 15 साल पहले चुराई थी। मूर्तियों को चुराने के बाद तस्करों ने चित्रकूट के रैपुरा थाना क्षेत्र के गौहानी मजरा भुजौली में एक तस्कर के यहां छिपा दिया था। ये मूर्तियां 10 साल तक जमीन के अंदर पड़ी रही। इसके बाद पिछले पांच सालों में इसे बेचने के लिए सौदेबाजी होती रही। अब मूर्ति को फतेहपुर के एक कारोबारी के माध्यम से केरल में 25 करोड़ रुपये में बेचने की जा रहे थे। इससे पहले ही पुलिस द्वारा दबोच लिया गया।