मेरठ: नगर निगम से करीब 10 करोड़ रूपए का भुगतान नही होने पर ठेकेदार ने सुसाइड कर लिया। नगर निगम में मॉडर्न इंजीनियरिंग कंपनी के नाम से निर्माण कार्य करा रहे अनूपशहर निवासी ठेकेदार दीपेश अग्रवाल ने मंगलवार सुबह करीब नौ बजे गंगानगर में किराए के मकान में पंखे से लटक कर जान दे दी।
उनके परिजनों का आरोप है कि नगर निगम में अब तक 10 करोड़ से अधिक के विकास कार्य हो चुके हैं, जिसमें जिले के लोहिया पार्क माल्याणा मार्ग पर नालों के निर्माण सहित एक दर्जन से अधिक विकास कार्य कराये जा चुके हैं.
नगर प्रशासन आयोग की तलाशी व जांच के नाम पर भुगतान अटका हुआ है।
परिजनों का कहना है कि भुगतान के सिलसिले में दीपेश अग्रवाल दो दिन पहले नगर निगम के अधिकारियों व निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंताओं से मिले थे. लेकिन उनकी किसी ने नही सुनी।
बताया जा रहा है कि निगम के इंजीनियरों व अधिकारियों ने सभी निर्माण कार्यों की जांच के बाद ही भुगतान करने की बात कहकर अड़ंगा लगा दिया था. परिजनों का यह भी आरोप है कि दीपेश अग्रवाल 3 दिनों से तमाम मजदूरों और जिन लोगों से निर्माण सामग्री खरीदी गई थी, उससे काफी तनाव में था. भुगतान के लिए सभी हंगामा कर रहे थे। इसी डिप्रेशन के चलते दीपेश अग्रवाल ने आत्महत्या कर ली है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।