उत्तर प्रदेश: मेरठ के जिला अस्पताल से एक 15 हजार का इनामी बदमाश मेडिकल के दौरान पुलिस से हथकड़ी खुलवाकर भाग गया और पुलिस देखती रह गई। पुलिस अभिरक्षा से बदमाश के भागने की सूचना से हड़कंप मच गया। पुलिस ने पूरे अस्पताल की तलाशी ली लेकिन बदमाश का कहीं पता नही चल सका। पूरे मामले में थाना सिविल लाइन पुलिस की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। एसएसपी के आदेश पर लापरवाह दोनो सिपाहियों पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
जानकारी के अनुसार, सिविल लाइन थाना पुलिस ने 15 हजार के इनामी बदमाश अभिषेक ठाकुर पुत्र गिरीश ठाकुर निवासी भगवतपुरा थाना ब्रहमपुरी को कचहरी के पास से पकड़ा था। अभिषेक गैंगस्टर के मुकदमे में वांछित चल रहा था। गुरुवार को सिविल लाइन थाने के दो सिपाही अभिषेक ठाकुर का मेडिकल कराने जिला अस्पताल लाए। मेडिकल के बाद इनामी को गैंगस्टर कोर्ट में पेश होना था।
जिला अस्पताल में मेडिकल के दौरान ही इनामी बदमाश अभिषेक ने हथकड़ी खुलवाई और मौका कस्टडी में लेकर आए सिपाहियों के सामने से बदमाश रफूचक्कर हो गया। जब सिपाहियों ने बदमाश का पीछा करने का प्रयास किया तब तक वो भाग गया। अस्पताल से बदमाश के भागने पर हड़कंप मच गया। दोनो सिपाही अपने स्तर से बदमाश को खोजते रहे। काफी खोजबीन के बाद भी जब बदमाश का सुराग नहीं लगा तो उन्होंने इसकी सूचना प्रभारी निरीक्षक विशंभर दयाल को बताया।
कस्टडी से भागने की सूचना पाकर मौके पर सिविल लाइन थाना पुलिस जिला अस्पताल पहुंची। आनन-फानन में पूरे अस्पताल को चैक किया गया। अपराधी की तस्वीर दिखाकर भी अस्पताल के बाहर दुकानदारों, रिक्शेवालों से पूछा गया। अंदर भी पुलिस ने हर वार्ड, बेड पर इनामी को खोजा लोकिन वो नहीं मिला। पुलिस ने बाद में अस्पताल में लगे सीसीटीवी चैक किए तो भी कुछ हाथ नहीं लगा। देर शाम दोनों सिपाहियों की लापरवाही के चलते उनके खिलाफ एसएसपी के आदेश पर सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज हो गया।