मनोज कुमार
मेरठ: किला परीक्षितगढ़ क्षेत्र के खजूरी में हुए दीपक त्यागी हत्याकांड के खुलासे पर पीड़ित परिजनों को बिल्कुल भी विश्वास नहीं है। पुलिस के रवैये और मामले की सीबीआई जांच को लेकर मृतक दीपक के पिता उसका कटा सिर लेकर ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे हैं। ग्रामीणों धरनास्थल पर टेंट लगाकर पूरी रात बैठे रहे। परिजनों सहित ग्रामीणों की मांग है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार से बात करें और पूरी घटना की सीबीआई जांच कराएं।सोमवार शाम से शुरू हुआ धरना मंगलवार को भी धरना जारी रहा। मेरठ डीएम और एसएसपी भी मौके पर है।
सोमवार शाम से धरने पर बैठे मृतक दीपक के पिता धीरेंद्र त्यागी ने कहा कि फैमीद नट की बेटी से संबंध की बात कह पुलिस उनके बेटे को बदनाम कर रही है। ग्रामीण और परिजनों के धरने के बीच डीएम दीपक मीणा और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण भी पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने डीएम और एसएसपी को भी अपने बीच बैठा लिया। ग्रामीणों ने एसएसपी से कहा है कि मुख्यमंत्री से बात कराओ, इस केस की सीबीआई जांच कराओ, तभी त्यागी समाज जाम खोलेगा और धरना समाप्त करेगा।
परिजनों का कहना है कि दीपक के असली हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके हत्याकांड की तुरंत फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम जांच कराकर आरोपियों को फांसी दी जाए। शासन द्वारा केस की सीबीआई से जांच कराई जाए। गुमराह करने वाले अधिकारियों को तत्काल सस्पेंड किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए। उनका कहना है कि परिवार में दीपक इकलौता कमाने वाला व्यक्ति था। ऐसे में परिवार के एक सदस्य को योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी दी जाए।
किसान नेता मांगेराम त्यागी ने कहा कि छह इंच के गड्ढे में सिर कैसे दबाया जा सकता है। मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार से बात कर सीबीआई जांच कराएं। उन्होंने कहा कि हमारे समाज के 99 फीसदी लोगों ने भाजपा को वोट देकर सरकार बनाई और आज हमें ही सड़क पर बैठना पड़ रहा है।पुलिस किसान नेता मांगेराम त्यागी और समाजसेवी सचिन सिरोही को मनाने में लगी हुई है।
सड़क पर चल रहे धरने पर लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों ने धरनास्थल पर ही खाना बनाने की भट्टी लगा दी है। पीड़ित परिवार का कहना है कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाती, तब तक हंगामा जारी रहेगा। ग्रामीणों के मेरठ कूच करने का अंदेशा जताते हुए पुलिस ने कई स्थानों पर बैरिकेडिंग कर दी है। मौके पर भारी पुलिस-बल मौजूद है।