यूपी में कोई भी अपराध हाेने पर पीड़ितों की मदद करने वाली यूपी-112 आजकल खुद सिरफिरों का शिकार बन रही है। मेरठ में यूपी-112 को 11 महीने में 434 बार झूठे झगड़े की सूचना देने वाला जहां पुलिस को चकमा देकर सरेंडर हो गया। वहीं, अब नया मामला सामने आया है। इस बार अनुज मित्तल नाम के शख्स ने यूपी-112 पर 61 बार पुलिस को फर्जी सूचना देकर दौड़ाया। इतना ही नहीं लखनऊ कंट्रोल रूम से जब फोन करने वाले से पुलिस का फीडबैक मांगा जाता तो वह कहता है कि योगी सरकार में पुलिस सही काम नहीं कर रही है। आरोपी के खिलाफ FIR तो दर्ज हो गई लेकिन वह अभी फरार है।
यूपी पुलिस की डायल 112 कंट्रोल रूम की पुलिस सिरफिरों की वजह से बेवजह दौड़ रही है। सिरफिरे फर्जी सूचना देते हैं और पुलिस की गाड़ी दौड़ पड़ती है। मौके पर पहुंचने के बाद पता चलता है कि जैसा बताया गया था ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है। ताजा मामला मेरठ में 11 महीने के भीतर डायल 112 को 61 बार दौड़ाने का आया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
डायल-112 प्रभारी बलराम सिंह यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि एक जनवरी से 29 नंवबर तक एक युवक ने डायल-112 पर 61 बार कॉल करके शिकायत दर्ज कराई। वह हर बार हत्या, गैंगरेप, परिजनों को बंधक बनाने और अपहरण जैसे गंभीर अपराधों की सूचना देता था। पीआरवी मौके पर पहुंचती तो ऐसा कुछ नहीं मिलता।
पीआरवी पर तैनात पुलिसकर्मी जब सूचना देने वाले को फोन करते तो वह उनको गाली देता। पीआरवी वाले हर बार वापस चले जाते। इतना ही नहीं लखनऊ कंट्रोल रूम से फीडबैक मांगा जाता तो आरोपी कहता है कि आपकी पुलिस खराब है। योगी के कार्यकाल में काम सही नहीं हो रहा है। पुलिस कोई काम नहीं कर रही है। सर्विलांस सेल ने फोन करने वाले की जानकारी जुटाई तो सिम अनुज मित्तल नाम के युवक के नाम पर जारी था। वह आजकल हरियाणा के पानीपत की गंगाराम कॉलोनी में रह रहा है। वह मूल रूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला है। पूरे मामले में यूपी-112 के प्रभारी की तरफ से रिपोर्ट दर्ज कराई गई। आरोपी के खिलाफ झूठी सूचना देने, सरकारी कर्मचारी को गुमराह करने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस को आरोपी के भाई ने बताया कि अनुज मित्तल शराब पीने के बाद ऐसी हरकत करता है।
434 बार झूठे झगड़े की सूचना देने वाला पुलिस को चकमा देकर हुआ सरेंडर
इससे पहले मेरठ में एक सिरफिरे राहुल चौधरी निवासी ग्राम रजपुरा नियर पशु अस्पताल गंगानगर ने 11 महीने के भीतर यूपी-112 को 434 बार झूठे झगड़े आदि की सूचना दी थी। पीआरवी में तैनात पुलिस वाले जब मौके पर पहुंचकर हालात सामान्य पाते वह कॉल करने वाले को मौके पर बुलाते। इस पर आरोपी खुद को बाहर बताते हुए पुलिस से गाली-गलौज करता। यूपी-112 मुख्यालय लखनऊ से फीडबैक मांगे जाने के दौरान वह पीआरवी पर तैनात पुलिस वालों की शिकायत भी करता। कहता कि पुलिस अब सही काम नहीं कर रही है। पूरे मामले में यूपी-112 प्रभारी की तरफ से आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस उसके घर पहुंची तो पता चला कि वह गंगा स्नान मेले में गढ़ गया है। यूपी 112 के प्रभारी ने इस मामले में गंगानगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार कर पाती इससे पहले उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया।