प्रयागराज के युवक का थाईलैंड में अपहरण‚ मांगी 22 लाख की फिरौती

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प्रयागराजः संगम नगरी के रहने वाले मुस्लिम युवक को थाईलैंड में बंधक बनाकर रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है. जिया पंजतन की बहन की कनीज पंजतन ने केंद्र सरकार और भारतीय उच्चायोग को ईमेल भेज कर भाई की मदद की गुहार लगायी है. कनीज ने ईटीवी भारत से फोन पर बात करते हुए बताया कि उनके भाई की अंतिम कॉल सोमवार को आयी थी. व्हाट्सएप कॉल पर जिया ने कहा कि उसे होटल से लाकर अज्ञात स्थान पर रखा गया है और छोड़ने के बदले 22 लाख रुपये की मांग रहे हैं. बिना रुपये दिए उसे नहीं छोड़ा जाएगा. इतना कहने के बाद उसका फोन कट गया और दोबारा उससे संपर्क नहीं हो सका है. इस कॉल के बाद से परिवार वाले दहशत में हैं और जिया के साथ अनहोनी होने की आशंका से डरे हुए हैं.

दुबई से थाईलैंड में नौकरी करने पहुंचा था जिया
कनीज पंजतन ने बताया कि उनका भाई दो साल पहले दुबई में नौकरी करने गया था. जहां पर वेयर हाउस कंपनी और बैंक में नौकरी की. इसी बीच उसे चीन की कंपनी में नौकरी का ऑफर मिला और थाईलैंड में उसे नौकरी जॉइन करने के नाम पर बुलाया गया था. जहां पर नौकरी जॉइन करने के लिए वो दुबई से 10 जुलाई को हैदराबाद वापस आया और वहां से 11 जुलाई को थाईलैंड की फ्लाइट पकड़कर वहां चला गया. थाईलैंड में बैंकॉक पहुंचने के बाद 13 जुलाई को परिवार वालों से बात किया था और उसने बताया कि बैंकॉक के एक होटल में पहुंच गया है. कमरे में उसके साथ 5 लोग और मौजूद हैं.

बहन ने उच्च आयोग और केंद्र सरकार से लगाई गुहार
जिया की बहन कनीज़ ने बताया कि 14 जुलाई से उसके भाई का मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था. इसी बीच 22 जुलाई की रात में व्हाट्सएप पर उसके भाई की कॉल आयी और उसने बताया कि उसे किसी अज्ञात स्थान पर बंधक बनाकर रखा गया है और उसे छोड़ने के बदले 22 लाख रुपये की मांग रहे हैं. अगर इनको रुपये नहीं दिए जाएंगे तो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. जिया को छोड़ने के बदले 22 लाख रुपये मांगे जाने के बाद परिवार वाले सहम गए हैं. जिया के साथ किसी प्रकार की अनहोनी न हो उसके लिए कनीज़ पंजतन ने केंद्र सरकार के साथ ही प्रधानमंत्री और भारतीय उच्चायोग को ईमेल करके मदद की गुहार लगायी है. कनीज ने बताया कि उनके भाई को चीन की कंपनी की तरफ से दस लाख सालाना की नौकरी का ऑफर मिला था. जिसके कारण वह दुबई छोड़कर थाईलैंड में नौकरी करने गया था.

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