अतीक अहमद (फाइल फज्ञेटो)

Pakistan News: प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद की माफियागिरी का अंत हो चुका है। 44 साल की माफियागिरी का महज चंद सेकंड में ही अंत हो गया। शनिवार रात प्रयागराज के अस्पताल में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, तभी हमलावरों ने अचानक दोनों भाइयों पर जानलेवा हमला किया और देखते ही देखते ताबड़तोड़ गोलियां दाग दीं। पहले अतीक को गोलियां मारीं। अशरफ कुछ समझ पाता, उस पर भी हमलावरों ने गोलियां दाग दीं।

यह सबकुछ महज चंद सेकंड में ही हो गया। 44 साल की अतीक अहमद की माफियागिरी का खात्मा चंद सेकंड में हो गया। अतीक अहमद मर्डर की गूंज देश ही नहीं, सरहद पार पाकिस्तान तक पहुंच गई है। इमरान सरकार के एक रसूखदार नेता ने इस हत्याकांड पर जहरीले बयान दिए हैं। इससे पहले देश में भी माफिया बद्रर्स के हत्याकांड पर कई प्रतिक्रियाएं आईं। असदुद्दीन ओवैसी, अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव, मायावती, अशोक गहलोत जैसे कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

अतीक अहमद हत्याकांड पर पाकिस्तान मंे भी घमासान मच गया है। यहां के नेता  अतीक अहमद मर्डर पर जहरीले बयान दे रहे हैं। इमरान खान सरकार के वक्त रसूखदार नेता डॉक्टर शहबाज गिल ने भारत के खिलाफ जहर उगला है। उन्होंने ट्वीट में वीडियो शेयर किया और लिखा कि ‘भारत की डेमोक्रेसी के लिए शर्मनाक दिन‘। पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में कैमरों के सामने हत्या हो गई। पूर्व नियोजित हत्या। अल्पसंख्यक मुस्लिम रोजाना जानलेवा हमलों का सामना कर रहे हैं।‘ इस रसूखदार नेता इस बात का जिक्र नहीं किया कि अतीक अहमद एक माफिया डॉन था, जिस पर 100 से ज्यादा मुकदमें लंबित थे, उसका भाई अशरफ भी दर्जनों केस थे।

माफिया डॉन अतीक अहमद हत्याकांड पर पाकिस्तान के नेता जहरीले बयान दे रहे  हैं। वहीं उनके ही देश पाकिस्तान में कंगाली छाई हुई है।राजनीतिक उठापटक जारी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसलों पर भी शहबाज सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। सही मायनों में तो पाकिस्तान में डेमोक्रेसी नाम की चीज नहीं है। इस तरह की बात खुद पूर्व पीएम इमरान खान ने भी कही। अपनी पार्टी के समर्थकों के समक्ष इमरान खान ने शहबाज सरकार पर डेमोक्रेसी की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया है।

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