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उत्तरप्रदेश

मुरादाबाद: ट्रेन की चपेट में आने वाइस प्रिंसिपल की मौत‚ तीन दिन पहले ही जताई थी हादसे की आशंका

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मुरादाबाद: जनपद के राजकीय इंटर कॉलेज से रिटायर वाइस प्रिंसिपल की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। हैरानी की बात यह है कि रेलवे ट्रैक पर बना कपूर कंपनी पुल महज तीन दिन पहले ही बंद किया गया था। इस पुल से लोग रेलवे ट्रैक को पार करते थे। लेकिन पुल बंद होने के तीसरे ही दिन एक जान चली गई।

जान गंवाने वाले वाइस प्रिंसिपल हरिओम पाल

जानकारी के अनुसार राजकीय इंटर कॉलेज मुरादाबाद में वाइस प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुए हरिओम पाल (65 साल) हादसे के वक्त घर से बाजार जाने के लिए निकले थे। कपूर कंपनी का पुल बंद होने की वजह से दूसरी साइड जाने के लिए वे रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे। इसी दौरान वहां से गुजरी मालगाड़ी की चपेट में आ गए। घटना को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है।

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रेलवे ने बंद कर दिया था पुल

आपको बता दें कि रेलवे ने महज चंद घंटे का नोटिस देकर 4 दिसंबर को कपूर कंपनी पुल को दुपहिया वाहनों के लिए बंद कर दिया था। इसके महीनाभर बाद ही 6 जनवरी को ये पुल पैदल यात्रियों के लिए भी बंद कर दिया गया। लाइनपार की करीब 3 लाख की आबादी के लिए कपूर कंपनी पुल लाइफलाइन की तरह था। ये पुल ही लाइनपार को मुख्य शहर से जोड़ने का एकमात्र जरिया था। पुल को बंद करने से पहले रेल प्रशासन ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर पब्लिक को विश्वास में लेने की कोई कोशिश नहीं की। वैकल्पिक रूट को लेकर भी कोई अभियान चलाया गया। अगर पुल बंद नही होता था हरिओम पाल की जान बच सकती थी।

कल ही सांसद से जताई थी हादसों की आशंका
शनिवार को ही लाइनपार के लोगों का एक प्रतिनिधि मंडल सपा सांसद डॉ. एसटी हसन से मिला था। इन लोगों ने पुल बंद होने के चलते ऐसे ही हादसों की आशंका जताई थी। लाइनपार के लोगों का कहना था कि लाइनपार की 3 लाख से ज्यादा की आबादी दशकों से कपूर कंपनी पुल से ही शहर आती-जाती रही है। बिना किसी पूर्व सूचना के इसे बंद कर देने से लोग पैदल ट्रैक पार करेंगे और ऐसे में हादसे हाे सकते हैं।

दोपहर 2 बजे मालगाड़ी की चपेट में आए वाइस प्रिंसिपल

हादसा रविवार को दोपहर करीब 2 बजे हुआ। प्रकाश नगर निवासी हरिओम पाल (65 साल) कपूर कंपनी पुल की लाइनपार वाली साइड के पास स्थित मंदिर के नजदीक से ट्रैक को पार करने की कोशिश कर रहे थे।  अचानक मालगाड़ी आई और वे उसकी चपेट में आ गए। बुजुर्ग को ट्रेन की चपेट में आया आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और जीआरपी को सूचना दी। जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा है।

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दोस्ती, प्यार और जेंडर चेंज… शादी की बात पर हुई अनबन तो लगाई लाखों की गाड़ी में आग

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Uttar Pardesh: कानपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां वैभव शुक्ला नाम के लड़के की सोशल मीडिया पर इंदौर के दीप तनवानिया से दोस्ती हो गई. बदलते दिनों की तरह वैभव शुक्ला और दीप तनवानिया की दोस्ती भी इंस्टाग्राम के जरिए प्यार में बदलती चली गई. फिर जब दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा और बात शादी तक पहुंची तो दीप ने अपने ब्रेस्ट की सर्जरी करवाई। फिर कुछ दिनों तक मामला चलता रहा. यह जानकारी डीसीपी श्रवण कुमार ने दी.

शादी की बात पर विवाद हो गया।

श्रवण कुमार ने बताया कि अब जब दीप तनवानिया ने ब्रेस्ट सर्जरी करवाकर अपना लिंग परिवर्तन कराया तो वह शादी के लिए जिद करने लगा, लेकिन कुछ दिनों बाद दोनों के बीच अनबन हो गई, जिसके चलते वैभव ने शादी करने से इनकार कर दिया. इस बात से दीप तनवानिया बहुत नाराज हो गया और उसने वैभव को सबक सिखाने की योजना बना डाली.

डीसीपी ने आगे बताया कि दीप ने इंदौर के आपराधिक प्रवृत्ति के लड़के रोहन यादव के साथ कानपुर आने का फैसला किया. कानपुर पहुंच कर दोनों ने ऑनलाइन एक स्कूटर किराये पर लिया और उसमें पेट्रोल भरवाया, फिर वैभव के आसपास खोजबीन शुरू कर दी. फिर मौका मिलते ही उन्होंने वैभव की कार पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी और फिर दोनों मौके से भाग गए.

सीसीटीवी की मदद से पकड़ा गया आरोपी

डीसीपी श्रवण कुमार ने आगे बताया कि जैसे ही यह घटना हुई, दोनों ने भागने का प्लान बना लिया. घटना के बाद दीप और रोहन कानपुर से भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने ऑपरेशन त्रिनेत्र की मदद से शहर में लगे सीसीटीवी की मदद से दोनों आरोपियों की पहचान कर ली और दीप तनवानिया और रोहन यादव को फजलगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. .

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SP ऑफिस के बाहर शख्स ने खुद को लगाई आग, पुलिस पर सपा अध्यक्ष ने उठाए सवाल

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उत्तर प्रदेश: शाहजहाँपुर जिले में मंगलवार को एक व्यक्ति ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय में खुद को आग लगा ली, जिसमें वह झुलस गया। पुलिस ने उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। पुलिस के मुताबिक, ताहिर (45 वर्ष) आज दोपहर जिले के कांत नगर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आया और अपने ऊपर कुछ तरल पदार्थ डालकर आग लगा ली, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने तुरंत आग बुझा दी. इस घटना में पीड़िता के पैर जल गये. पुलिस के मुताबिक, ताहिर का जिले के सदर बाजार थाना क्षेत्र के नगरिया बहाव निवासी उमेश तिवारी से दो छोटे मालवाहक वाहनों की बिक्री को लेकर विवाद है.

मामले पर अखिलेश की प्रतिक्रिया

इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. सुविधा मुहैया कराई जाए और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, इस पोस्ट में अखिलेश यादव ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए।” इसी पोस्ट में यादव ने कहा, ”जब राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की तुलना में प्राथमिक रिपोर्ट बहुत कम हैं। एनसीआरबी रिपोर्ट कानून और व्यवस्था की इतनी खराब स्थिति दिखाती है। यदि सचमुच हर अपराध की रिपोर्ट लिखी जाती है तो क्या पता प्रदेश का तथाकथित अमृतकाल शर्म से आत्महत्या कर ले।

क्या है पूरा मामला?

पुलिस अधीक्षक (एसपी) अशोक कुमार मीणा ने कहा कि ताहिर अली और उमेश तिवारी परिचित हैं और उनके व्यापारिक संबंध हैं. उनके मुताबिक दो छोटी ‘लोडर’ गाड़ियों के मालिकाना हक को लेकर ताहिर अली का उमेश तिवारी से विवाद कोर्ट में चल रहा है और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ सदर बाजार में मुकदमा भी दर्ज कराया है, जिसकी जांच की जा रही है. रहा है।

मीना ने कहा कि पूरे मामले की जांच पुलिस अधीक्षक (नगर) संजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम कर रही है और जांच के बाद दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा, ”हम पूरे मामले को देख रहे हैं और इस मामले में जो भी दोषी होगा उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.” ताहिर ने बताया कि उसकी दो छोटी मालवाहक गाड़ियां उमेश तिवारी ने छीन ली है. उनके मुताबिक, उमेश तिवारी ने उन्हें ढाई साल में कुछ पैसे दिए हैं और वह उनकी गाड़ियां नहीं लौटा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने इस संबंध में पुलिस से भी शिकायत की है.

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Loksabha Chunav: यूपी में कांग्रेस को बड़ा झटका, वाराणसी से सांसद रहे राजेश मिश्रा बीजेपी में शामिल

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Uttar Pardesh: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद राजेश मिश्रा ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद राजेश मिश्रा को रविशंकर प्रसाद और अरुण सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई. माना जा रहा है कि राजेश भदोही लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।

बीजेपी में शामिल होने के बाद राजेश ने कहा कि मेरी कोशिश होगी कि इस बार बनारस लोकसभा सीट पर विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार को पोलिंग एजेंट न मिले. उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि मोदी जी वाराणसी के सांसद हैं. मोदी जी ने पूरे विश्व में देश का नाम रोशन किया है।

राजेश मिश्रा 2004 से 2009 के बीच वाराणसी से सांसद थे। अजय राय के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद ही राजेश मिश्रा ने पार्टी पर सवाल उठाए थे। जानकारी के मुताबिक वह भदोही सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन सपा से गठबंधन के चलते यह सीट कांग्रेस के खाते में नहीं गई. राजेश मिश्रा ने कहा कि यूपी में कांग्रेस ने सपा के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, यहां तक कि उम्मीदवारों को भी चुनाव नहीं लड़ने दिया गया. नहीं हैं। इतना ही नहीं उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी सवाल उठाए और कहा कि जाति का मुद्दा उठाना उचित नहीं है.

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