
देश के उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मेरठ पहुचें हैं। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आज से शुरू हुए तीन दिवसीय अखिल भारतीय आयुर्वेद पर्व (महासम्मेलन) में तीनों नेताओं ने लोगों को संबोधित किया।
सीएम योगी ने कहा- मेरठ भारत के इतिहास की धरती है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरठ भारत के इतिहास की धरती है। महाभारत की धरती है। हस्तिनापुर ने महाभारत की नींव रखकर इतिहास रचा था। धर्म, कर्म, काम, मोक्ष इससे संबंधित जो है, वह इस ग्रंथ में हैं। कहा कि मेरठ क्रांति धरा है। अन्नदाता किसानों के पुरुषार्थ की धरा है।
योगी बोले- 21 जून को पूरी दुनिया मना रही योग दिवस
उन्होंने कहा कि परंपरागत चिकित्सा पद्धति ने नौ वर्ष के अंदर दुनिया में लंबी छलांग लगाई है, जिसका श्रेय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। जिन्होंने पहली बार परंपरागत चिकित्सा पद्धति को आयुष मंत्रालय बनाकर योग, आयुर्वेद आदि को लेकर मंत्रालय का गठन किया। आज 21 जून को पूरी दुनिया योग दिवस मना रही है। हर कस्बे, प्रांत, शहर में लोग योग की हर क्रिया से जुड़ते हैं। पीएम मोदी के प्रयासों का परिणाम आज हमारे सामने है। सीएम योगी ने कहा कि इतने सारे आयुर्वेद के विशेषज आज एक मंच पर मौजूद हैं, यह बड़े सौभाग्य की बात है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरे सामने जब इस सम्मेलन का प्रस्ताव प्रस्ताव आया तो मैंने कहा कि चार साल पहले यह कार्यक्रम कानपुर में हुआ था। मैंने कहा कि देश के उप-राष्ट्रपति को आमंत्रित किया जाना है। मेरठ की पौराणिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर इन आयुर्वेद के विशेषज्ञ की और से स्वागत करता हूं। इस क्षेत्र में आयुर्वेद के कई सारे विशेषज्ञ रहे हैं। जिन्होंने अपने समय में विषम समय में वैद्य रामप्रसाद, वैद्य मुरारी लाल शर्मा, पशुपति, विष्णुनाथ शर्मा ने आयुर्वेद के माध्यम से आयुष की पद्धति को आगे बढ़ाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के वैद्य हकीम सैफुद्दीन पदमश्री की धरती भी मेरठ ही रही है, उनका जुड़ाव यही से रहा है। इन तीन दिनों में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। हम हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के साथ इसे हेल्थ टूरिज्म के क्षेत्र में जोड़ सकते हैं। मैं अवगत कराना चाहता हूं कि आज प्रदेश में आयुर्वेद को बढ़ावा दिया जा रहा है।
सीएम योगी ने सीसीएयसू की प्रशंसा की
सीएम योगी ने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय का संचालन हो गया है। प्रदेश लगातार इन पद्धतियों को सराहने के लिए कार्य कर रही है। इस सदी ने महामारी में आयुर्वेद के महत्व को समझा है। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों के मसीहा थे। उन्होंने कहा कि कल ही विवि को ए प्लस प्लस की ग्रेडिंग मिली है। आज ये सम्मेलन इस बात की गवाही दे रहा है कि जैसे नैक विश्वविद्यालय ने उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल की है, वैसे ही आयुर्वेद भी आगे बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आयुर्वेद की शिक्षा का बहुत महत्व है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद की शिक्षा का मतलब है कि एक डिग्री और अनेक काम। उन्होंने कहा कि बीएमएस डॉक्टर कई प्रकार से रोजगार पा सकता है। सीएम योगी ने कहा कि अब तो आयुर्वेद डॉक्टरों के लिए सरकारी नौकरी भी है। बीएमएस डॉक्टर चाहे तो अपना हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोल सकता है या फिर सरकारी नौकरी कर सकता है।