उत्तर प्रदेश: देवबंद में भायला गांव में मंदिर गए बहन भाई के शव मिलने से सनसनी फैल गई। तांत्रिक क्रिया में दोनों की हत्या की आशंका जताते हुए गुस्साए ग्रामीणों ने देवबंद-बड़गांव मार्ग पर जाम लगा दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल की। देर रात एसडीएम के समझाने के बाद दोनो के शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाए। पुलिस इसे हादसा मानकर चल रही है।
जानकारी के अनुसार, भायला गांव निवासी देव सिंह उर्फ भीम का पुत्र करण (11) दीपावली की शाम अपने चाचा की सात वर्षीय बेटी अवनी के साथ घर से कुछ दूरी पर स्थित मंदिर में पूजा करने गया था। काफी देर तक भी वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने गांव वालों के साथ उनकी तलाश शुरू की। सूचना पर पुलिस भी गांव में पहुंच गई। जंगल और श्मशानघाट में उनको ढूंढा गया लेकिन कुछ पता नहीं चला।
देर रात घर से लगभग पांच सौ मीटर की दूरी पर करण सड़क किनारे मृत अवस्था मे पड़ा मिला जबकि उससे कुछ दूरी पर एक खाई में अवनी का शव पड़ा था। करण के एक पैर और हाथ की हड्डी कई जगह से टूटी थी और पैर पर लंबा कट लगा हुआ था। जबकि सिर से भी खून बह रहा था। अवनी के सिर से भी खून बह रहा था।
जानकारी होने पर ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जुट गई। कुछ ही देर में फोरेंसिक टीम भी वहां पहुंच गई। ग्रामीणों ने तांत्रिक क्रिया में बच्चों की हत्या किए जाने की शक जताते हुए हंगामा करते हुए देवबंद-बड़गांव मार्ग पर जाम लगा दिया। दोनों बच्चों की परिजन महिलाएं सड़क के बीच बैठकर विलाप करती रहीं। काफी समय बाद एसडीएम दीपक कुमार ग्रामीणों के बीच पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया।
पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला सड़क हादसे का लग रहा है। किसी तेज गति वाहन ने दोनों को टक्कर मारी। जिससे वह दूर जाकर गिरे। फोरेंसिक टीम ने मौके से जो सबूत जुटाए हैं, वे हादसे की और ही इशारा कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है यह हत्या है या हादसा जांच पूरी होने के बाद स्पष्ट हो पाएगा।