Connect with us

उत्तरप्रदेश

Atiq Ahmed murder: बेटे-पति और देवर की मौत के बाद सरेंडर कर सकती है शाइस्ता परवीन: सूत्र

Published

on

Image Source : FILE PHOTO

प्रयागराज : कभी गुर्गों पर हुकूमत चलाने वाली और रसूखदार रही माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन आज छुपने को मजबूर है। पति अतीक अहमद और देवर अशरफ अहमद की हत्या के बाद उसपर क्या बीत रही होगी। उससे पहले छोटे बेटे असद अहमद की एनकाउंटर में जान चली गई थी और उसे दफना दिया गया था। शाइस्ता ऐसी बदनसीब मां है कि उसने असद का चेहरा भी आखिरी बार नहीं देख पाई। तो अब क्या पति को दफनाने से पहले शाइस्ता उसका चेहरा देख सकेगी, क्या सरेंडर करेगी? ये सवाल सबके जेहन में है। कहा जा रहा है कि शाइस्ता परवीन आज सरेंडर कर सकती है।

तीन शूटरों ने की थी अतीक-अशरफ की हत्या

शनिवार की रात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ये हत्या उस वक्त हुई जब पुलिस दोनों की कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद मेडिकल कराने के अस्पताल लेकर जा रही थी। दोनों को एक ही हथकड़ी लगी थी। जब दोनों मीडिया से बात करने लगे तो इस दौरान तीन शूटर जो मीडियाकर्मी के वेश में थे, तीनों ने बिल्कुल पास से दोनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की और सेकेंड भर के अंदर दोनों की मौत हो गई।

इस हत्याकांड के बाद सनसनी मच गई। पुलिस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ हाई लेवल की मीटिंग की और सख्त निर्देश जारी किए। सीएम ने कहा कि किसी भी तरह की अफवाह फैलाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सरेंडर कर सकती है शाइस्ता परवीन

इन सभी घटनाक्रम के बाद कहा जा रहा है कि उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी और फरार चल रही अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन रविवार को सरेंडर कर सकती है। शाइस्ता के ऊपर पुलिस ने 50 हजार का इनाम भी रखा है। कहा जा रहा है कि बेटे असद और पति अतीक की मौत के बाद शाइस्ता अब सामने आ सकती हैं और खुद पुलिस के सामने सरेंडर कर सकती हैं। पुलिस को अभी तक शाइस्ता परवीन का पता नहीं चल पाया है। प्रयागराज में पुलिस के सूत्रों ने शाइस्ता के सरेंडर को लेकर दावा किया है।

उत्तरप्रदेश

दोस्ती, प्यार और जेंडर चेंज… शादी की बात पर हुई अनबन तो लगाई लाखों की गाड़ी में आग

Published

on

Uttar Pardesh: कानपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां वैभव शुक्ला नाम के लड़के की सोशल मीडिया पर इंदौर के दीप तनवानिया से दोस्ती हो गई. बदलते दिनों की तरह वैभव शुक्ला और दीप तनवानिया की दोस्ती भी इंस्टाग्राम के जरिए प्यार में बदलती चली गई. फिर जब दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा और बात शादी तक पहुंची तो दीप ने अपने ब्रेस्ट की सर्जरी करवाई। फिर कुछ दिनों तक मामला चलता रहा. यह जानकारी डीसीपी श्रवण कुमार ने दी.

शादी की बात पर विवाद हो गया।

श्रवण कुमार ने बताया कि अब जब दीप तनवानिया ने ब्रेस्ट सर्जरी करवाकर अपना लिंग परिवर्तन कराया तो वह शादी के लिए जिद करने लगा, लेकिन कुछ दिनों बाद दोनों के बीच अनबन हो गई, जिसके चलते वैभव ने शादी करने से इनकार कर दिया. इस बात से दीप तनवानिया बहुत नाराज हो गया और उसने वैभव को सबक सिखाने की योजना बना डाली.

डीसीपी ने आगे बताया कि दीप ने इंदौर के आपराधिक प्रवृत्ति के लड़के रोहन यादव के साथ कानपुर आने का फैसला किया. कानपुर पहुंच कर दोनों ने ऑनलाइन एक स्कूटर किराये पर लिया और उसमें पेट्रोल भरवाया, फिर वैभव के आसपास खोजबीन शुरू कर दी. फिर मौका मिलते ही उन्होंने वैभव की कार पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी और फिर दोनों मौके से भाग गए.

सीसीटीवी की मदद से पकड़ा गया आरोपी

डीसीपी श्रवण कुमार ने आगे बताया कि जैसे ही यह घटना हुई, दोनों ने भागने का प्लान बना लिया. घटना के बाद दीप और रोहन कानपुर से भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने ऑपरेशन त्रिनेत्र की मदद से शहर में लगे सीसीटीवी की मदद से दोनों आरोपियों की पहचान कर ली और दीप तनवानिया और रोहन यादव को फजलगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. .

Continue Reading

उत्तरप्रदेश

SP ऑफिस के बाहर शख्स ने खुद को लगाई आग, पुलिस पर सपा अध्यक्ष ने उठाए सवाल

Published

on

उत्तर प्रदेश: शाहजहाँपुर जिले में मंगलवार को एक व्यक्ति ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय में खुद को आग लगा ली, जिसमें वह झुलस गया। पुलिस ने उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। पुलिस के मुताबिक, ताहिर (45 वर्ष) आज दोपहर जिले के कांत नगर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आया और अपने ऊपर कुछ तरल पदार्थ डालकर आग लगा ली, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने तुरंत आग बुझा दी. इस घटना में पीड़िता के पैर जल गये. पुलिस के मुताबिक, ताहिर का जिले के सदर बाजार थाना क्षेत्र के नगरिया बहाव निवासी उमेश तिवारी से दो छोटे मालवाहक वाहनों की बिक्री को लेकर विवाद है.

मामले पर अखिलेश की प्रतिक्रिया

इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. सुविधा मुहैया कराई जाए और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, इस पोस्ट में अखिलेश यादव ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए।” इसी पोस्ट में यादव ने कहा, ”जब राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की तुलना में प्राथमिक रिपोर्ट बहुत कम हैं। एनसीआरबी रिपोर्ट कानून और व्यवस्था की इतनी खराब स्थिति दिखाती है। यदि सचमुच हर अपराध की रिपोर्ट लिखी जाती है तो क्या पता प्रदेश का तथाकथित अमृतकाल शर्म से आत्महत्या कर ले।

क्या है पूरा मामला?

पुलिस अधीक्षक (एसपी) अशोक कुमार मीणा ने कहा कि ताहिर अली और उमेश तिवारी परिचित हैं और उनके व्यापारिक संबंध हैं. उनके मुताबिक दो छोटी ‘लोडर’ गाड़ियों के मालिकाना हक को लेकर ताहिर अली का उमेश तिवारी से विवाद कोर्ट में चल रहा है और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ सदर बाजार में मुकदमा भी दर्ज कराया है, जिसकी जांच की जा रही है. रहा है।

मीना ने कहा कि पूरे मामले की जांच पुलिस अधीक्षक (नगर) संजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम कर रही है और जांच के बाद दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा, ”हम पूरे मामले को देख रहे हैं और इस मामले में जो भी दोषी होगा उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.” ताहिर ने बताया कि उसकी दो छोटी मालवाहक गाड़ियां उमेश तिवारी ने छीन ली है. उनके मुताबिक, उमेश तिवारी ने उन्हें ढाई साल में कुछ पैसे दिए हैं और वह उनकी गाड़ियां नहीं लौटा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने इस संबंध में पुलिस से भी शिकायत की है.

Continue Reading

उत्तरप्रदेश

Loksabha Chunav: यूपी में कांग्रेस को बड़ा झटका, वाराणसी से सांसद रहे राजेश मिश्रा बीजेपी में शामिल

Published

on

Uttar Pardesh: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले नेताओं के पाला बदलने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद राजेश मिश्रा ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद राजेश मिश्रा को रविशंकर प्रसाद और अरुण सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई. माना जा रहा है कि राजेश भदोही लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।

बीजेपी में शामिल होने के बाद राजेश ने कहा कि मेरी कोशिश होगी कि इस बार बनारस लोकसभा सीट पर विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार को पोलिंग एजेंट न मिले. उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि मोदी जी वाराणसी के सांसद हैं. मोदी जी ने पूरे विश्व में देश का नाम रोशन किया है।

राजेश मिश्रा 2004 से 2009 के बीच वाराणसी से सांसद थे। अजय राय के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद ही राजेश मिश्रा ने पार्टी पर सवाल उठाए थे। जानकारी के मुताबिक वह भदोही सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन सपा से गठबंधन के चलते यह सीट कांग्रेस के खाते में नहीं गई. राजेश मिश्रा ने कहा कि यूपी में कांग्रेस ने सपा के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, यहां तक कि उम्मीदवारों को भी चुनाव नहीं लड़ने दिया गया. नहीं हैं। इतना ही नहीं उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी सवाल उठाए और कहा कि जाति का मुद्दा उठाना उचित नहीं है.

Continue Reading
Advertisement

Trending

Copyright © 2017 Zox News Theme. Theme by MVP Themes, powered by WordPress.