गाजियाबाद में पति ने दूसरी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और लाश गंगनहर में फेंक दी। दूसरी पत्नी चाहती थी कि पति पहली पत्नी को छोड़कर उसके पास रहे। पति को ये मंजूर नहीं था। लाश ठिकाने लगाने के बाद आरोपी पति ही पत्नी के गायब होने की शिकायत लेकर थाने पहुंच गया।
पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद बुधवार को आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। गंगनहर में लाश बरामद के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। DCP (सिटी) राजेश कुमार ने बुधवार को पुलिस लाइन सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस पूरे प्रकरण की जानकारी दी।
22 जुलाई को आई थी अपहरण की सूचना
DCP राजेश कुमार ने बताया- 22 जुलाई को एक महिला ने थाना विजयनगर पर आकर तहरीर दी कि उसकी बहन पूजा का अपहरण कर लिया गया है। पुलिस ने इस केस के खुलासे के लिए कई टीमें लगाईं।
CCTV, सर्विलांस सहित अन्य पूछताछ के आधार पर पुलिस ने 24 जुलाई को पूजा के पति आलम को कार्बन फैक्ट्री के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने हत्या की बात कुबूल की।
4 साल लिव-इन में रहे, 6 महीने पहले किया निकाह
35 वर्षीय आलम मूल रूप से हापुड़ देहात के गांव गोदी का रहने वाला है। आलम ने बताया- ‘पूजा मेरे साथ पिछले करीब 4 साल से लिव-इन रिलेशन में रह रही थी। 6 महीने पहले मैंने पूजा से निकाह कर लिया।
पूजा के पहले पति टीटू से तीन बच्चे थे। मेरी भी पहले से शादी हो रखी थी। पहली पत्नी शना से मुझे चार बच्चे हैं। मैं पूजा के साथ गाजियाबाद में मैन रोड मसूरी पर सेक्टर-9 में रहता था। पूजा मुझसे कहती थी कि तुम मेरे साथ ही रहो। दूसरी बीवी के पास मत जाओ। इस बात को लेकर मेरा अक्सर पूजा से विवाद होता था।’
दूसरी बीवी के बीमार बेटे को देखने चला गया, इस पर हुआ विवाद
आरोपी पति आलम ने बताया- एक दिन पूजा का मेरे पास फोन आया। उसने मुझसे कहा कि तुम घर आ जाओ। मैंने कहा कि बेटा हॉस्पिटल में भर्ती है, मैं अभी नहीं आ सकता। इस पर पूजा गुस्सा हो गई। वो बोली कि मैं भी तो कई दिन से बीमार हूं, तू मुझे देखने तो नहीं आया और अपने लड़के को देखने हॉस्पिटल चला गया।
मैं अभी वहीं हॉस्पिटल आ रही हूं। वहीं पर तेरा इलाज करती हूं। मैंने उसे बहुत समझाया, लेकिन वो नहीं मानी। मुझे भी गुस्सा आ गया। मैंने ठान लिया कि आज इसका काम तमाम कर दूंगा।
चुन्नी से गला घोंटा
आलम ने बताया- हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही मैंने पूजा को रिसीव किया और सेंट्रो कार से मसूरी नहर से देहरा झाल की तरफ लेकर चल दिया। रास्ते में लगातार हमारे बीच लड़ाई होती रही।
मैंने फिर उसको समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो नहीं मानी। मौका देखकर चुन्नी से मैंने पूजा का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और शव को ग्राम नगला चौना के पुल से नहर में फेंक दिया।