UP: यूपी के बस्ती जनपद में तैनात एक आशिक मिजाज दरोगा की करतूत ने पूरी खाखी को शर्मशार कर दिया है। यहां रहने वाली एक लड़की ने आरोप लगाया कि लॉकडाउन के दौरान सोनूपार चौकी इंचार्ज दीपक सिंह ने उसे बिना मास्क लगाए पकड़ लिया था।
इस पर उन्होंने उसे फटकारते हुए उसका मोबाइल नंबर ले लिया था। आरोप है कि चौकी इंचार्ज उसे फोन करता है और अश्लील बाते करता है। इतना ही नहीं वह उसे गंदे-गंदे मैसेज भी भेजता है। वहीं, अब पीड़ित लड़की ने महिला आायोग और आईजी से इस मामले की शिकायत की है। जिसके बाद इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर करते हुए पूरे मामले की जांच के आदेश दिए है।
पीड़िता ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान वह अपने भाई के साथ बाइक से दवा लेने जा रही थी। इसी दौरान कोतवाली क्षेत्र के सोनूपार पुलिस चौकी इंचार्ज दीपक सिंह ने चेकिंग के नाम पर उनकी बाइक रोकी और दोनों से पूछताछ की। इस दौरान मास्क न पहनने पर चोकी इंचार्ज ने उन्हें फटकार भी लगाई। इतना ही नहीं, उसका मोबाइल नंबर मांगा। लड़की ने भाई का मोबाइल नंबर दे दिया तो चौकी इंचार्ज ने जोर देकर उसका मोबाइल नंबर मांगा।
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लड़की का मोबाइल उस समय घर पर था। आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने उस नंबर पर फोन कर घर पर लड़की की भाभी से बात कर तस्दीक की कि मोबाइल उसी का है। इसके बाद दारोगा उस नंबर पर अक्सर फोन करने लगा। आपत्तिजनक मैसेज भेजने लगा। परेशान होकर लड़की ने दारोगा का नंबर ब्लॉक कर दिया। आरोप है कि नंबर ब्लॉक करने के बाद दारोगा ने गांव में विपक्षियों के साथ मिलकर लड़की के परिवार के खिलाफ चार-चार मुकदमे दर्ज कर दिए। तो वहीं, अब लड़की ने सबूतों के साथ पुलिस के आला अफसरों से शिकायत की तो दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया।
लड़की और उसके परिवार का आरोप है कि पुलिस मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रही है। जिसके बाद उन्होंने महिला आयोग से मामले की शिकायत की। महिला आयोग की सख्ती के बाद दारोगा को सस्पेंड करके मामले पर जांच बिठा दी गई है। हालांकि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि दारोगा ने लड़की को फोन करके और गांव में विवाद की सूचना मिलने पर बिना फोर्स अकेले जाने की गलती जरूर की लेकिन लड़की के परिवार के खिलाफ दर्ज मुकदमे बिल्कुल सही हैं।
इस मामले में आरोपी दीपक सिंह का कहना है कि पूरा परिवार आपराधिक पृष्ठभूमि का है। मेरा प्रोफाइल फोटो मेरे नाम से किसी और मोबाइल फोन में सेव करके मेरी ओर से फर्जी मैसेज किए गए। इसकी जांच हो चुकी है। मेरे नंबर से कोई कॉल नहीं की गई है। इस मामले में बस्ती के एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि आरोपों के आधार पर एसआई के खिलाफ कार्रवाई हुई है लेकिन परिवार पर जो मुकदमे हुए हैं वे सही हैं।