मनोज कुमार
किठौर : फतेहपुर नारायण में मिला तेंदुआ परिवार वन विभाग से एक कदम आगे चल रहा है जिसके चलते एक सप्ताह बाद शुक्रवार को तेंदुआ सर्च आॅपरेशन वाइल्ड लाइफ केयर एक्सपर्ट टीम के हवाले करना पड़ा। निरीक्षण के बाद एक्सपर्ट ने नई लोकेशन पर तेंदुए की मौजूदगी का दावा करते हुए गाजियाबाद से मंगाए गए पिंजरें को वहां लगाया। उक्त पिंजरा भी खराब निकला जिसे एक्सपर्ट ने सही किया।
तेंदुआ लगाने पहुंची टीम के सामने से तेंदुआ ईख के खेतों से होते हुए सरसों के खेत में घुस गया। टीम ने पिंजरे में इस बार मुर्गे लगाएं। लोगों के रोष को देखते हुए टीम ने भड़ौली-फतेहपुर के लोगों को भरोसे में लिया और फतेहपुर के खेतों में तेंदुआ की उपस्थति ना होते की बात कहते हुए दूसरी जगह आपरेशन चलाने की सलाह दी। जिस पर ग्रामीण सहमत हो गए।
दोपहर लगभग 11 बजे डीएफओ ने भी मौके का निरीक्षण किया और टीम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी तेंदुआ वन विभाग की पकड़ से दूर है। वन विभाग की तरह तेंदुआ भी रोज अपनी प्लान बदल रहा है। गुरुवार को तेंदुआ परिवार भड़ौली के ग्रामींणों को असीलपुर बाईपास पर भड़ौली-जड़ौदा के खेतों में फिर से मिट्टी के टीले पर दिखा। वनाधिकारियों को लगभग 36 घंटे से तेंदुआ परिवार पुरानी लोकेशन के इर्द-गिर्द नजर नही आ रहा था।
शुक्रवार को नई लोकेशन का पता चलने के बाद सर्च आॅपरेशन में तैनात टीम ने उच्चाधिकारियों से वार्ता की। जिसके बाद शुक्रवार को डीएफओ राजेश कुमार सुबह 11 बजे मौके का निरीक्षण किया और टीम को दिशा-निर्देश दिया। दोपहर लगभग ड़ेढ़ बजे वाइल्ड लाईफ केयर एक्सपर्ट एवं ऐरावत डायरेक्टर जीएस खुशारिया की टीम पुन: फतेहपुर पहुंची। सर्वप्रथम वाइल्ड लाईफ केयर एक्सपर्ट टीम ने तेंदुआ परिवार की पुरानी और नई लोकेशन एरिया का मुआयना किया।
जीएस खुशारिया ने तुरंत नई लोकेशन पर पिंजरा लगाने के निर्देश दिए। वनटीम गाजियाबाद से मंगाया गया पिंजरा लेकर तेंदुए की नई लोकेशन पर पहुंची तो तेंदुआ टीले पर बैठा हुआ था। जो टीम को देखते ही धीरे-धीरे लगभग 100 मीटर चलकर सरसों के खेत में घुस गया। यह देख जीएस खुशारिया ने सरसों के बगल में स्थित ईंख में पिंजरा लगवा दिया। क्योंकि तेंदुआ शेह का शिकार कर रहा है इसलिए पिंजरे में मुर्गे रखवाए गए हैं। बता दें कि रेत के जिस टीले पर तेंदुआ बैठा था वहां भी शेह के दो बड़े बिल हैं।