मनोज कुमार‚ समाचार संपादक
(Meerut) जिले के एक प्राइवेट स्कूल ने परिक्षा से दो मिनट पहले ही फीस न जमा करने पर बच्चों को सोशल मीडिया पर बने ग्रुप से बाहर कर दिया। एक तरफ बच्चे ग्रुप में सवाल आने का इंतज़ार कर रहे थे‚ ताकि वो एक्ज़ाम दे सकें। तो दूसरी तरफ मात्र टेस्ट के दो मिनट पहले स्कूल ने उन्हें ग्रुप से बाहर कर दिया। बच्चों ने जब ये बात परिजनों को बताई तो परिजनो ने स्कूल से संपर्क किया‚ जिसके बाद स्कूल से जवाब दिया गया कि जब तक फीस नहीं जमा करोगे तब तक बच्चा ग्रुप में एड नहीं होगा‚ और उसका नाम काट दिया जाएगा है।
कुछ अभिभावकों ने उधार लेकर जमा किया फीस
बताया जा रहा है कि बच्चे अपने अभिभावकों के साथ स्कूल पहुंचे। किसी ने उधार मांगकर तो किसी ने जैसे तैसे इंतज़ाम कर बच्चों की फीस स्कूल में जमा की तब जाकर स्टूडेन्ट्स का नाम ग्रुप में एड किया गया। स्कूलों के इस तानाशाही रवैये को लेकर अभिभावकों में ख़ासा रोष है। अभिभावकों का कहना है कि इससे बच्चों को कितना मानसिक आघात पहुंचता है क्या ये स्कूल ने कभी सोचा है?