दुखदǃ ‘इजरायल ने गाजा को बना दिया मासूमों का कब्रिस्तान…’ UN ने फिर चताई चिंता और निराशा

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Israel-Hamas War: इजरायल-हमास जंग बीते 1 महीने से जारी है. पूरे गाजा में व्यापक विनाश हुआ है. हर जगह अफरा-तफरी मची हुई है. इस हमले में 10 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं. लगातार बमबारी से गाजा में बच्चों के मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, क्योंकि गाजा दुनिया की सबसे अधिक बच्चों की आबादी वाला शहर है. यहां 47 प्रतिशत 18 साल से कम उम्र के बच्चे हैं. बच्चों की मौतों का आंकड़ा देखते हुए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक बार फिर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि गाजा बच्चों के लिए कब्रगाह बनता जा रहा है.

4,104 बच्चे मारे गए‚ 1,270 से ज्यादा लापता

स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, 7 अक्टूबर से 6 नवंबर तक, 4,104 बच्चे मारे गए हैं. संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों का अनुमान है कि 5 नवंबर तक लगभग 1,270 बच्चे लापता बताए गए हैं यानी वे मलबे में फंसे हो सकते हैं. CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, यदि स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े सही हैं, तो संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, संघर्ष शुरू होने के बाद से मारे गए बच्चों की संख्या पिछले चार वर्षों में वैश्विक स्तर पर सालाना मारे जाने वाले बच्चों की संख्या से अधिक हो गई है.

संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, घनी आबादी वाले गाजा पट्टी में 2 मिलियन से अधिक लोग रहते हैं, हवाई हमलों ने लगभग 1.5 मिलियन लोगों को अपने घरों से भागने के लिए मजबूर कर दिया है. इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने 13 अक्टूबर को गाजा पट्टी के उत्तरी भाग में रहने वाले लोगों को दक्षिण की ओर खाली करने के लिए कहा, लेकिन इसके बावजूद इजरायल ने दक्षिण में हवाई हमले को अंजाम दिया.

न्यूयॉर्क में पत्रकारों से बात करते हुए गुटेरेस ने कहा कि गाजा में मानवीय संकट अधिक डरावना होता जा रही है. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय समुदायों को गाजा में मानवीय सहायता का विस्तार करने के लिए सामने आना चाहिए. इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कई बार चेतावनी दी है कि बिजली, ईंधन, भोजन और साफ पानी की कमी से मानवीय संकट बढ़ता जाएगा.