लखनऊ। लोकसभा चुनाव में BJP ने नारा दिया था “अबकी बार 400 पार“‚ यह नारा 400 से ज्यादा सीट जीतने को लेकर था‚ जिसको विपक्ष ने महंगाई से जोड़ दिया था। विपक्ष का आरोप था कि अगर बीजेपी इस बार फिर से सत्ता में आती है तो सब्जी‚ दाल‚ तेल और अन्य चीजों के दाम 400 पार पहुंचा देगी‚ इसलिए बीजेपी 400 पार का नारा लगा रही है। चुनाव संपन्न हुए करीब चार माह से ज्यादा का समय बीत चुका है। चुनाव में बीजेपी तो 400 पार नही कर पायी लेकिन विपक्ष का कहना बिल्कुल सही साबित होता दिख रहा है। क्योंकि फुटकर मार्केट में लहुसन के दाम 400 के पार पहुंच गए हैं।
चुनाव से पहले 160 रूपए किलो बिकने वाले लहसुन के भाव अचानक से बढ़ना शुरू हो गए है. लहसुन के भाव सीधे ही 380 से 420 रुपए किलो पहुंच गए. लहसुन के बढ़तें भावों ने आम आदमी की रसोई का स्वाद चौपट – कर दिया है. क्योंकि कुछ समय पहले ही लहसुन के भाव कम होने से आम आदमी ने राहत की सांस ली थी. लेकिन एक बार फिर पिछले पूरे साल अपने महंगे भावों से आम आदमी की कमर तोड़ने वाला लहसुन दुबारा महंगा हो चुका है। लहसुन के अलावा सरसो का तेल भी आसमान छू रहा है। चुनाव से पहले 1800 रूपए में मिलने वाला 15KG का टीन अब 2700 से 2800 रूपए में मिल रहा है। माना जा रहा है कि सरकार ने अगर कोई कदम नही उठाए तो आने वाले त्यौहारी सीजन में दाम और बढ़ सकते हैं।
चीन से हो रही है लहसुन की सप्लाई‚ हाईकोर्ट में याचिका
लहसुन के दाम बढ़ने के बीच चीन से भी इसकी जमकर सप्लाई हो रही है। बताया जा रहा है कि चीनी लहसुन सेहत के लिए हानिकारण् है। इसको लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए स्वस्थ के लिए हानिकारक प्रतिबंधित चाइनीज लहसुन के बाजार में धड़ल्ले से बिक्री पर नाराजगी जताई है। हाईकोर्ट ने फूड सेफ्टी और ड्रग प्रशासन विभाग के अफसरों को तलब किया है। न्यायालय ने पूछा है कि चाइनीज लहसुन बाजारों में कैसे खुलेआम बेचा जा रहा है? जबकि उस पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। न्यायालय ने सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार के अधिवक्ता से पूछा कि देश में प्रतिबंधित चाइनीज लहसुन को रोकने के लिए क्या तंत्र है?
केंद्र सरकार से यह भी पूछा कि देश में आ रहे प्रतिबंधित लहसुन के स्रोत पता करने के लिए कोई कार्रवाई की गई है या नहीं? न्यायालय इस मामले की सुनवाई शुक्रवार को फिर करेगी।
यह आदेश न्यायमूर्ति राजन रॉय व न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला की खंडपीठ ने स्थानीय अधिवक्ता मोतीलाल यादव की ओर से दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद पारित किया।
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान याची ने चिनहट बाजार से खरीदकर आधा किलोग्राम चाइनीज लहसुन भी कोर्ट में पेश कर दिया। याची की ओर से कहा गया कि चीन का लहसुन 2014 से ही देश में प्रतिबंधित है, लेकिन अब तस्करी के जरिए मार्केट में आ रहा है।
कहा गया कि चाइनीज लहसुन पर प्रतिबंध इसलिए लगाया गया, क्योंकि यह सेहत के लिए हानिकारक है। इसमें कीटनाशकों का उच्च स्तर पर प्रयेाग होता है। इसके फंगसयुक्त होने का भी डर होता है।
कहा गया कि प्रतिबंध के बावजूद देशी लहसुन से काफी सस्ता होने की वजह से यह चाइनीज लहसुन अवैध तरीके से बाजार में उतारा जा रहा है। इस पर केंद्र व राज्य सरकारें लगाम लगाने में असमर्थ दिख रही हैं।