Connect with us

देश

दिल्ली में दरिंदगी की दास्तान! सड़क पर रगड़ लगने से आधा शरीर हो चुका था पूरी तरह से खत्म

Published

on

इसी कार दिया गया घटना को अंजाम

New delhi:  दिल्ली में नए साल पर सुल्तानपुरी से लेकर कंझावला तक कार से 13 किलोमीटर तक युवती के घसीटे जाने के मामले में पूरे देश में गम और गुस्सा है। हर कोई आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है। इस बीच मृतक युवती की मां का बयान सामने आया है। घटना के बाद से मां का बुरा हाल है। वह रह-रहकर बेहोश हो रही है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आखिरी बार रात 9.00 बजे बेटी से बात हुई थी।

मां ने कहा कि मैंने उससे रात 9.00 बजे बात की थी तब उसने कहा था कि वह सुबह करीब तीन-चार बजे तक घर आ जाएगी। पीड़ित मां का कहना है कि उनकी बेटी शादियों में इवेंट प्लानर का काम करती थी। वह परिवार की अकेली कमाने वाली सदस्य थी।

यह भी पढ़ें- MP: बीमार हिन्दू बच्चे के लिए फरिश्ता बना अनजान मुस्लिम युवक‚ खून देकर बचाई जान

पीड़िता का कहना है कि उसे रविवार सुबह पुलिस ने फोन कर दुर्घटना के बारे में बताया। मुझे पुलिस स्टेशन ले जाया गया और इंतजार करने को कहा गया। जब मेरा भाई पुलिस स्टेशन पहुंचा तो उसे मेरी बेटी की मौत के बारे में बताया गया। तब यह बात मेरे भाई ने मुझे बताई।

रो-रोकर पूरा वाकया बताने वाली पीड़िता ने कहा कि मेरी बेटी ही परिवार में अकेली कमाने वाली थी। जब वह घर से निकली तो उसने कई कपड़े पहन रखे थे, लेकिन उसके शव पर कपड़े का एक टुकड़ा भी नहीं मिला। पीड़िता ने सवाल किया कि आखिर यह कैसी दुर्घटना थी जिसमें मेरी बच्ची का ये हाल हो गया।

यह है पूरा मामला
सुल्तानपुरी में शनिवार रात युवती को 13 किलोमीटर तक घसीटने के मामले में इंसानियत भी शर्मसार हो गई। शराब के नशे में धुत आरोपी युवक कार से युवती को घसीटते हुए सुल्तानपुरी से जोंटी गांव, कंझावला तक ले गए। अगले बंपर और पहियों के बीच युवती फंस गई थी। कार में फंसा हुआ शव जब सड़क पर गिरा तो युवक फरार हो गए। रविवार तड़के 4:11 बजे राहगीरों ने सड़क पर युवती का शव देखकर पुलिस को खबर दी।

मौके पर पहुंची पुलिस ने जब युवती का शव देखा तो दिल दहल गया। शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। पिछला हिस्सा सड़क की रगड़ लगने से जलकर गायब हो चुका था। शरीर में खून की एक भी बूंद नहीं बची थी। मामले की जांच कर रहे पुलिसकर्मियों ने बताया कि उन्होंने जीवन में इतना भयानक हादसा कभी नहीं देखा। आरोपी नए साल की पार्टी करने के लिए मुरथल गए थे। आरोपी वापस ग्रे कलर की कार से मंगोलपुरी लौट रहे थे।

यह भी पढ़ें- बेवफा प्रेमिका की हत्या करने के लिए फ्लाइट से आया युवक‚ पेचकस से किया 51 बार हमला‚ गिरफ्तार

सुल्तानपुरी में स्कूटी सवार बीस साल की युवती कार की चपेट में आ गई। इसके बाद आरोपी कार से युवती को करीब 10 किलोमीटर तक घसीटकर ले गए। करीब 3:24 बजे सुल्तानपुरी थाना पुलिस को कार में बांधकर युवती को घसीटने की खबर मिली थी। गश्त पर मौजूद एसएचओ मौके पर पहुंचे तो युवती की स्कूटी सुल्तानपुरी में मिल गई। अभी जांच चल ही रही थी कि 4:11 बजे रोहिणी के कंझावला में युवती को कार से घसीटने की कॉल मिली। बाहरी जिला पुलिस भी जोंटी गांव पहुंच गई। यहा युवती का शव बरामद हो गया।

शरीर की शायद ही कोई ऐसी हड्डी बची हो जो न टूटी हो। एक पैर भी गायब था। दूसरा पैर पूरी तरह टूटकर घूम चुका था। पीठ में रगड़ लगने से शरीर में गड्ढा हो गया था। पीछे की ओर से शरीर के अंदरूनी अंग भी गायब थे। माना जा रहा है कि युवती के शव और उसके कपड़ों के हिस्से सुल्तानपुरी से जोंटी गांव तक फैल गए। पुलिस की एक टीम रविवार को सुल्तानपुरी से घटनास्थल तक जांच के लिए पहुंची। पुलिस ने इस दूरी के दौरान मौके से अवशेष जुटाए। आरोपियों की कार का मैकेनिकल निरीक्षण करवाने की तैयारी की जा रही है।

Continue Reading
Click to comment

You must be logged in to post a comment Login

Leave a Reply

उत्तरप्रदेश

दोस्ती, प्यार और जेंडर चेंज… शादी की बात पर हुई अनबन तो लगाई लाखों की गाड़ी में आग

Published

on

Uttar Pardesh: कानपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां वैभव शुक्ला नाम के लड़के की सोशल मीडिया पर इंदौर के दीप तनवानिया से दोस्ती हो गई. बदलते दिनों की तरह वैभव शुक्ला और दीप तनवानिया की दोस्ती भी इंस्टाग्राम के जरिए प्यार में बदलती चली गई. फिर जब दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा और बात शादी तक पहुंची तो दीप ने अपने ब्रेस्ट की सर्जरी करवाई। फिर कुछ दिनों तक मामला चलता रहा. यह जानकारी डीसीपी श्रवण कुमार ने दी.

शादी की बात पर विवाद हो गया।

श्रवण कुमार ने बताया कि अब जब दीप तनवानिया ने ब्रेस्ट सर्जरी करवाकर अपना लिंग परिवर्तन कराया तो वह शादी के लिए जिद करने लगा, लेकिन कुछ दिनों बाद दोनों के बीच अनबन हो गई, जिसके चलते वैभव ने शादी करने से इनकार कर दिया. इस बात से दीप तनवानिया बहुत नाराज हो गया और उसने वैभव को सबक सिखाने की योजना बना डाली.

डीसीपी ने आगे बताया कि दीप ने इंदौर के आपराधिक प्रवृत्ति के लड़के रोहन यादव के साथ कानपुर आने का फैसला किया. कानपुर पहुंच कर दोनों ने ऑनलाइन एक स्कूटर किराये पर लिया और उसमें पेट्रोल भरवाया, फिर वैभव के आसपास खोजबीन शुरू कर दी. फिर मौका मिलते ही उन्होंने वैभव की कार पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी और फिर दोनों मौके से भाग गए.

सीसीटीवी की मदद से पकड़ा गया आरोपी

डीसीपी श्रवण कुमार ने आगे बताया कि जैसे ही यह घटना हुई, दोनों ने भागने का प्लान बना लिया. घटना के बाद दीप और रोहन कानपुर से भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने ऑपरेशन त्रिनेत्र की मदद से शहर में लगे सीसीटीवी की मदद से दोनों आरोपियों की पहचान कर ली और दीप तनवानिया और रोहन यादव को फजलगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया. .

Continue Reading

देश

दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर साईबाबा बरी, उम्रकैद की सजा रद्द

Published

on

नागपुर: बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर पीठ ने मंगलवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा को माओवादी लिंक मामले में बरी कर दिया। कोर्ट ने उसकी उम्रकैद की सजा रद्द कर दी है. न्यायमूर्ति विनय जोशी और न्यायमूर्ति वाल्मिकी एस.ए. मेनेजेस की खंडपीठ ने मामले में पांच अन्य आरोपियों को भी बरी कर दिया।

बेंच ने क्या कहा?

पीठ ने कहा कि वह सभी आरोपियों को बरी कर रही है क्योंकि अभियोजन पक्ष उचित संदेह से परे उनके खिलाफ मामला साबित करने में विफल रहा। इसमें कहा गया, “अभियोजन पक्ष आरोपी के खिलाफ कोई कानूनी सबूत या आपत्तिजनक सामग्री पेश करने में विफल रहा है।” पीठ ने कहा, ‘निचली अदालत का फैसला कानून के मानकों पर खरा नहीं उतरता, इसलिए हम उस फैसले को रद्द करते हैं. सभी आरोपियों को बरी कर दिया गया है.

इसने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के प्रावधानों के तहत आरोप दायर करने के लिए अभियोजन पक्ष द्वारा प्राप्त मंजूरी को भी अमान्य घोषित कर दिया। हालाँकि, बाद में अभियोजन पक्ष ने मौखिक रूप से अदालत से अपने आदेश पर 6 सप्ताह के लिए रोक लगाने का अनुरोध किया, ताकि वह सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर कर सके।

पीठ ने अभियोजन पक्ष को इस पर रोक लगाने के लिए आवेदन दाखिल करने का निर्देश दिया. उच्च न्यायालय की एक अन्य पीठ ने 14 अक्टूबर, 2022 को साईबाबा को यह संज्ञान लेते हुए बरी कर दिया था कि यूएपीए के तहत वैध मंजूरी के अभाव में मुकदमे की कार्यवाही अमान्य थी।

महाराष्ट्र सरकार ने उसी दिन फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। शीर्ष अदालत ने शुरू में आदेश पर रोक लगा दी और बाद में अप्रैल 2023 में उच्च न्यायालय के आदेश को रद्द कर दिया और साईबाबा द्वारा दायर अपील पर नए सिरे से सुनवाई का निर्देश दिया।

54 वर्षीय साईंबाबा, जो शारीरिक विकलांगता के कारण व्हीलचेयर पर हैं, 2014 में अपनी गिरफ्तारी के बाद से नागपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। 2017 में, महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले की एक सत्र अदालत ने पत्रकार साईंबाबा और पांच अन्य को दोषी ठहराया था। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के एक छात्र पर कथित माओवादी संबंधों और देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने जैसी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। . सत्र न्यायालय ने उन्हें यूएपीए और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत दोषी ठहराया था।

Continue Reading

उत्तरप्रदेश

SP ऑफिस के बाहर शख्स ने खुद को लगाई आग, पुलिस पर सपा अध्यक्ष ने उठाए सवाल

Published

on

उत्तर प्रदेश: शाहजहाँपुर जिले में मंगलवार को एक व्यक्ति ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्यालय में खुद को आग लगा ली, जिसमें वह झुलस गया। पुलिस ने उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। पुलिस के मुताबिक, ताहिर (45 वर्ष) आज दोपहर जिले के कांत नगर थाना क्षेत्र स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आया और अपने ऊपर कुछ तरल पदार्थ डालकर आग लगा ली, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने तुरंत आग बुझा दी. इस घटना में पीड़िता के पैर जल गये. पुलिस के मुताबिक, ताहिर का जिले के सदर बाजार थाना क्षेत्र के नगरिया बहाव निवासी उमेश तिवारी से दो छोटे मालवाहक वाहनों की बिक्री को लेकर विवाद है.

मामले पर अखिलेश की प्रतिक्रिया

इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. सुविधा मुहैया कराई जाए और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, इस पोस्ट में अखिलेश यादव ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए।” इसी पोस्ट में यादव ने कहा, ”जब राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की तुलना में प्राथमिक रिपोर्ट बहुत कम हैं। एनसीआरबी रिपोर्ट कानून और व्यवस्था की इतनी खराब स्थिति दिखाती है। यदि सचमुच हर अपराध की रिपोर्ट लिखी जाती है तो क्या पता प्रदेश का तथाकथित अमृतकाल शर्म से आत्महत्या कर ले।

क्या है पूरा मामला?

पुलिस अधीक्षक (एसपी) अशोक कुमार मीणा ने कहा कि ताहिर अली और उमेश तिवारी परिचित हैं और उनके व्यापारिक संबंध हैं. उनके मुताबिक दो छोटी ‘लोडर’ गाड़ियों के मालिकाना हक को लेकर ताहिर अली का उमेश तिवारी से विवाद कोर्ट में चल रहा है और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ सदर बाजार में मुकदमा भी दर्ज कराया है, जिसकी जांच की जा रही है. रहा है।

मीना ने कहा कि पूरे मामले की जांच पुलिस अधीक्षक (नगर) संजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम कर रही है और जांच के बाद दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा, ”हम पूरे मामले को देख रहे हैं और इस मामले में जो भी दोषी होगा उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.” ताहिर ने बताया कि उसकी दो छोटी मालवाहक गाड़ियां उमेश तिवारी ने छीन ली है. उनके मुताबिक, उमेश तिवारी ने उन्हें ढाई साल में कुछ पैसे दिए हैं और वह उनकी गाड़ियां नहीं लौटा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने इस संबंध में पुलिस से भी शिकायत की है.

Continue Reading
Advertisement

Trending

Copyright © 2017 Zox News Theme. Theme by MVP Themes, powered by WordPress.