NEET और NET-UGC एग्जाम विवाद पर राहुल गांधी ने गुरुवार 20 जून को पीएम नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला किया। कहा कि कुछ कारणों से नरेंद्र मोदी भारत में पेपर लीक नहीं रोक पा रहे या रोकना नहीं चाह रहे हैं।
राहुल ने कहा, पेपर लीक के पीछे कारण यह है कि एजुकेशन सिस्टम को भाजपा के पेरेंट ऑर्गनाइजेशन ने कैप्चर कर लिया है। जब तक इसे पलटा नहीं जाएगा, तब तक पेपर लीक जारी रहेगा। मोदी जी ने यह होने दिया है, जो कि एंटी-नेशनल एक्टिविटी है। पहले पीएम का 56 इंच का सीना था, अब 32-35 हो गया है।
राहुल ने 3 सवालों के जवाब भी दिए
सवाल: आज के एजुकेशन सिस्टम में क्या बदलाव होना चाहिए?
जवाब: हमने अपने मेनिफेस्टो में भी दिया था कि शिक्षा का सिस्टम एक संगठन ने कैप्चर कर लिया है। आप वाइस चांसलर्स की लिस्ट उठाकर देख लीजिए, तो आपको पता चल जाएगा। वाइस चांसलर्स को मेरिट के आधार पर नहीं, बल्कि इसलिए पद दिया जा रहा है कि वे एक खास संस्था के हैं। और इस ऑर्गनाइजेशन और भाजपा ने हमारे एजुकेशन सिस्टम में घुसकर इसे खत्म कर दिया है। बहुत जरूरी है कि जो लोग इसके पीछे जिम्मेदार हैं, उन्हें सजा दी जाए।
सवाल: संसद के सत्र में क्या ये सवाल उठाएंगे?
जवाब: हां, संसद में हम पेपर लीक का मुद्दा उठाएंगे।
सवाल: NEET परीक्षा रद्द होनी चाहिए?
जवाब: कहा जा रहा था कि मोदी जी ने रूस-यूक्रेन युद्ध रोक दिया, लेकिन कुछ कारणों से नरेंद्र मोदी पेपर लीक रोक नहीं पाए हैं या रोकना नहीं चाहते।
सवाल: सरकार ने NTA को क्लीनचिट दे दी, आप क्या सोचते हैं?
जवाब: सरकार ने NTA को क्लीनचिट दे दी थी, उसका कोई मतलब नहीं है। सब जानते हैं कि धांधलियों का एपिसेंटर एमपी और गुजरात हैं। सरकार इन धांधलियों को रोकना ही नहीं चाहती। आप चाहें सिस्टम बदल लें, लेकिन जब तक कुछ खास लोगों के कब्जे से सिस्टम को वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक कुछ नहीं बदलेगा।
राहुल के मोदी पर 3 बड़े हमले, कहा- पीएम साइकोलॉजिकल तौर पर टूट चुके
1. पीएम बैसाखियों के सहारे, इसलिए कुछ नहीं कर पा रहे: पेपर लीक माफिया का दावा है कि पेपर लीक हुआ है, जबकि सरकार ने NTA को क्लीन चिट दे दी है। सरकार इस मुद्दे पर चुप है क्योंकि पीएम बैसाखियों के सहारे हैं। अभी पीएम के लिए अभी बड़ा मुद्दा स्पीकर का है। पेपर लीक पर बात ही नहीं करना चाहते हैं। उनकी चिंता ये है कि सरकार बच जाए।
2. पीएम साइकोलॉजिकल तौर पर टूट चुके: मोदी साइकोलॉजिकल तौर पर टूट चुके हैं और ऐसे सरकार चलाने में उन्हें काफी परेशानी आने वाली है। दरअसल, उनके सरकार चलाने तरीका है लोगों में डर पैदा करना। लेकिन अब लोग उनसे नहीं डरते हैं। अगर यहां वाजपेयी जी या मनमोहन जी होते तो शायद वे संभाल लेते, क्योंकि उनमें विनम्रता, सम्मान और समझ थी, लेकिन नरेंद्र मोदी इन बातों में यकीन नहीं करते।
3. पहले उनकी 56 इंच की छाती थी, अब 32-35 हो गई: पीएम मोदी का आइडिया है जनता को डर में रखना ताकि लोग उनके खिलाफ न बोल पाएं। लेकिन इस चुनाव में ये डर खत्म हुआ है। वाराणसी में बीते दिन उनके काफिले पर चप्पल फैंकी गई। तो इन चुनावों में नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोगों में डर खत्म हुआ है।