जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसा है. प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है कि नीतीश जी पलटूराम हैं, लेकिन अभी कुछ दिन पहले जो हुआ उससे यह भी पता चल गया कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह भी उतने ही बड़े पलटूराम हैं. कुछ महीने पहले बिहार में एक रैली में लोगों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा था कि बिहार का हर व्यक्ति कान खोलकर सुन ले, नीतीश कुमार के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो गए हैं. लेकिन आजकल क्या मज़ाक चल रहा है? मज़ाक ये है कि अमित शाह ने दरवाज़ा तो ठीक से बंद कर दिया था लेकिन कुंडी लगाना भूल गए थे.
तेजस्वी पर भी हमला बोला गया
प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर भी हमला बोला. किशोर ने कहा कि जब वे विपक्ष में होते हैं तो उन्हें शराब में माफिया नजर आने लगता है, लेकिन जैसे ही वे नीतीश के साथ उपमुख्यमंत्री बनते हैं तो वे उन्हें अपना राजनीतिक गुरु बना लेते हैं.
नीतीश कुमार राजद से विमुख होकर भाजपा के साथ चले गये हैं तो भाजपा के लोग भी उनके साथ चले गये हैं. यही हाल राजद नेता तेजस्वी यादव का भी है. एक साल पहले तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को पलटूराम कह रहे थे, लेकिन जैसे ही नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री बनाया, तेजस्वी ने नीतीश को विकास का मसीहा कहना शुरू कर दिया. तेजस्वी जब विपक्ष में थे तो उन्हें शराब में माफिया नजर आता था लेकिन जैसे ही उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया तो उन्हें नीतीश कुमार में अपना राजनीतिक गुरु नजर आने लगा. तो सिर्फ नीतीश कुमार ही पलटूराम नहीं हैं. नीतीश कुमार तो सिर्फ पलटूराम के नेता हैं, बाकी सभी नेता उतने ही बड़े पलटूराम हैं.