NEET 2024 रिजल्ट को लेकर मचा घमासान कम होने का नाम नही ले रहा है। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक विरोध है। रविवार को लखनऊ से जुड़ा एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। आयुषी पटेल ने एक्स पर OMR शीट दिखाते हुए आरोप लगाया है कि उनके साथ स्कैम हुआ है।
उन्होंने दोबारा OMR का मूल्यांकन कराने की मांग की है। इसके लिए हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की गई है। सुनवाई मंगलवार को होगी। आयुषी के पोस्ट पर बहुत से लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए सिस्टम पर रोष जताया है।
नीट परीक्षा को लेकर जिस तरह पूरे देश में हंगामा मचा है। इसे देखकर यह सवाल उठने लगा है कि क्या नीट यूजी परीक्षा के नतीजे रद्द किए जाएंगे और नीट यूजी की परीक्षा एक बार फिर से कराई जाएगी?
बता दें कि जब मई में नीट यूजी के पेपर हो रहे थे, उस समय भी कई जगहों पर पेपर लीक की सूचनाएं आईं थीं। तब भी तमाम अभ्यर्थियों ने इसको कैंसिल करने और दोबारा पेपर कराने की मांग की थी, लेकिन उस समय इस पर कुछ नहीं हुआ। अब जब रिजल्ट आया है तो एक बार फिर यह मामला गर्म हो गया है।
वीडियो पोस्ट कर कहा- मेरे साथ स्कैम हुआ
लखनऊ के मोहान रोड बुद्धेश्वर पिंक सिटी की रहने वाली आयुषी पटेल NEET के एडमिट कार्ड को दिखाते हुए बताया कि 4 जून को जब रिजल्ट आया, मेरा रिजल्ट नहीं खुल रहा था। स्क्रीन पर दिखा रहा था कि योर रिजल्ट इज नाट जेनरेटेड। मुझे लगा 23 लाख बच्चे हैं, साइट पर ट्रैफिक बढ़ने से रिजल्ट जनरेट नहीं हो रहा है।
एक घंटे बाद मेरे पास एनटीए से ईमेल आया। इसमें लिखा था कि रिजल्ट जनरेट नहीं हो सकता, क्योंकि उन्हें मेरी OMR शीट डैमेज मिली है। इतना सुनने के बाद पूरा परिवार और मैं हैरान रह गई। बहुत झटका लगा। मेरे परिवार के लोगों ने मुझे तनाव में जाने से संभाला। मेरे मामा हाई कोर्ट में एडवोकेट हैं। उनके माध्यम से NTA को मेल पर दोबारा रिप्लाई भेजा। OMR शीट अगर फटा है तो उसे दिखाया जाए।
24 घंटे के भीतर OMR मिला। OMR देखने से लग रहा है कि उसे जान-बूझकर फाड़ा गया है। OMR शीट में जो भी सवाल हल करने के बाद गोला बनाया गया था, वह सभी स्पष्ट दिख रहे थे। इसे चेक किया तो NEET में 715 अंक आ रहे थे।
इससे पहले जब मैंने NTA के जारी आंसर सीट से चेक किया था, उसमें भी इतने अंक थे। अब हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है। मंगलवार को सुनवाई है।
मेरा पढ़ाई और परीक्षा से उठ गया भरोसा
आयुषी ने बताया कि उनका यह तीसरा प्रयास था। पहले प्रयास में 535 अंक आए थे। दूसरी बार 517 अंक आए। तीसरी बार 715 अंक आए। तीन साल पूरी मेहनत की है। न्याय दिलाएं। मेरा पढ़ाई और NEET से पूरी तरह से भरोसा उठ चुका है। मैंने पूरी पढ़ाई की। सही से खाना-पीना और सोना भी नहीं किया। केवल पढ़ी हूं। सभी साक्ष्य हैं। मेरा दोबारा से पेपर चेक हो। मेरा भी रैंक में नाम आता, लेकिन मेरा रिजल्ट भी नहीं दिया गया।
शनिवार को किया था विरोध प्रदर्शन
लखनऊ में नीट के अभ्यर्थियों ने शनिवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने जारी हुए रिजल्ट से असंतुष्ट बताया साथ ही सीबीआई जांच की मांग की। अभ्यर्थी का कहना है कि हमारी मांग है कि नीट की परीक्षा दोबारा कराई जाए। धांधली में जो भी दोषी पाए जाएं उनके खिलाफ सख्त सख्त कार्रवाई की जाए। परीक्षा को कराने वाली संस्था एनटीए पर भी अभ्यर्थियों ने आक्रोश व्यक्त किया है।
कमेटी मंगलवार रात तक दे सकती है सिफारिश
शिक्षा मंत्रालय के शीर्ष सूत्रों का कहना है कि कमेटी मंगलवार रात तक नीट परीक्षा के मामले में अपनी सिफारिश दे सकती है। बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट में नीट-2024 में शामिल हुए छात्रों की ओर से दाखिल याचिका पर सुनवाई है। एनटीए चाहता है कि बुधवार हाईकोर्ट में दाखिल होने वाले हलफनामे में बताए कि छात्रों की ओर से आई सभी शिकायतों का समाधान कर दिया गया है।
परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर देशभर में प्रदर्शन
नीट यूजी में हुई गड़बड़ी को लेकर दिल्ली, भोपाल, वाराणसी समेत देशभर में हजारों छात्र-छात्राओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना है कि नीट यूजी परीक्षा को निरस्त किया जाए। उधर, दिल्ली में एसएफआई ने 10 जून को सुबह 10 बजे बड़ा विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) ने इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है।
NEET UG 2024 को लेकर छात्रों के सवाल
- एक ही परीक्षा सेंटर पर 6 टॉपर कैसे
NEET टॉपर्स की मेरिट लिस्ट में 8 छात्रों के रोल नंबर एक ही सीरीज के हैं। सीरियल नंबर 62 से लेकर 69 तक कुल 8 छात्र में से 6 छात्रों ने रैंक-1 हासिल की। इन सभी को 720 में से 720 अंक मिले। इन सभी ने बहादुरगढ़ स्थित एक ही एग्जाम सेंटर पर परीक्षा दी थी।
- कैसे 718, 719 नंबर मिले
कई छात्रों को 718, 719 अंक दिए गए। NTA ने कहा था कि उन्हें ये अंक ग्रेस मार्क्स के तौर पर दिए गए हैं। दरअसल, नीट का पेपर 720 अंक का होता है। हर सवाल के चार अंक मिलते हैं। हर गलती के एक अंक कटते हैं। अब ऐसे में यदि कोई सिर्फ एक सवाल छोड़ देता है तो उसे 716 अंक मिलेंगे। यदि कोई सिर्फ एक सवाल गलत करता है तो उसे 715 अंक मिलेंगे। ऐसे में 718, 719 अंक पाना असंभव है।
- ग्रेस मार्क्स बिना जानकारी के क्यों लागू हुआ
छात्रों का कहना है कि बिना जानकारी के ग्रेस मार्क्स क्यों दिए गए? छात्र बिना ग्रेस मार्क्स के NEET की ओरिजिनल मेरिट लिस्ट जारी करने की मांग कर रहे हैं। छात्रों की मांग ये भी है कि जिन सेंटरों पर ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं, उनका नाम बताया जाए।
- ग्रेस मार्क्स पाने का आधार क्या
छात्रों का ये भी पूछना है कि ग्रेस मार्क्स पाने का आधार क्या है? कितना समय बर्बाद होने पर कितने नंबर दिए गए?
- करीब 24 लाख स्टूडेंट्स ने किया था रजिस्ट्रेशन
इस साल कुल 23.81 लाख स्टूडेंट्स ने एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन किया था। पिछले साल 20.87 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया था। हल्द्वानी के कोचिंग इंस्टीट्यूट NEETIIT Academy के डायरेक्टर शुभम राय का कहना है कि एग्जाम के लिए 4 लाख ज्यादा कैंडिडेट्स ने रजिस्ट्रेशन किया, लेकिन इस रेश्यो में पेपर का डिफिकल्टी लेवल नहीं बढ़ाया गया।
पिछले साल की तुलना में केमिस्ट्री और बायोलॉजी का सेक्शन आसान था। फिजिक्स कठिन था। ऐसे में देश भर से 24 लाख बच्चों में से 20-23 बच्चे 720/720 स्कोर कर ले जाएं, ये संभव है। हालांकि बोनस मार्क्स मिलने की वजह से 44 ज्यादा बच्चों को परफेक्ट स्कोर मिल गया।