तिरुवनंतपुरम: भारत के अंतरिक्ष मिशन गगनयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बड़ा खुलासा किया. प्रधानमंत्री मोदी ने आज उन चार अंतरिक्ष यात्रियों से परिचय कराया जो गगनयान के जरिए अंतरिक्ष में जाएंगे। इनके नाम हैं ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णा और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला। 2018 में पीएम द्वारा देश के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान की घोषणा के बाद से इन पायलटों की पहचान गोपनीय रखी गई थी।
चारों पायलट लगातार ट्रेनिंग कर रहे हैं
इसरो सूत्रों के मुताबिक, इस मिशन के लिए भारतीय वायुसेना में टेस्ट पायलट के रूप में कार्यरत विंग कमांडर और ग्रुप कैप्टन समेत चार लोगों को चुना गया था। इस मिशन के लिए चारों लगातार ट्रेनिंग कर रहे हैं. ये चारों टेस्ट पायलट हैं जिन्हें इसरो ने अपने गगनयान मिशन के लिए चुना है।
विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में पीएम से मुलाकात
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तिरुवनंतपुरम के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र पहुंचे जहां उन्होंने इन पायलटों से पहली बार सार्वजनिक रूप से मुलाकात की और उन्हें अंतरिक्ष यात्रियों का बैज सौंपा। 2018 में मिशन गगनयान की घोषणा के बाद भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री बनने की प्रक्रिया में सैकड़ों पायलटों ने हिस्सा लिया और कई मापदंडों पर उनका परीक्षण लिया गया. इस परीक्षण के बाद प्रथम स्तर का चयन सितंबर 2019 में पूरा हुआ। इसके बाद केवल 12 पायलट ही इसमें जगह बना सके।
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पायलटों को रूस में प्रशिक्षण भी मिला
2020 की शुरुआत में इन 12 पायलटों में से आखिरी चार का चयन किया गया, जिन्हें अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण के लिए रूस भेजा गया. हालांकि कोरोना के कारण उनकी ट्रेनिंग में देरी हुई, लेकिन साल 2021 में रूस में उनकी ट्रेनिंग पूरी हो गई, जिसके बाद देश की सशस्त्र सेनाओं और इसरो के अलग-अलग संस्थानों में उनकी फिजिकल और टेक्निकल ट्रेनिंग जारी है। इसरो ने बेंगलुरु में मानव अंतरिक्ष उड़ान का आयोजन किया है। एक केंद्र भी बनाया गया है जहां पायलट अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण सुविधा में विशेष प्रशिक्षण ले रहे हैं।