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मेघालय BJP अध्यक्ष ने कहा मुझे गोमांस खाने से पार्टी नही रोक सकती है‚ हमारे यहां सब खाते हैं

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मेघालय में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी. (फोटो साभार: फेसबुक)

नई दिल्ली: मेघालय में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी ने न्यूज एजेंसी का दिए बयान में साफ-साफ कहा है कि मेघालय में बीफ (गोमांस) खाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है और वह भी बीफ खाते हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अर्नेस्ट मावरी ने कहा, ‘मैं अन्य राज्यों द्वारा अपनाए गए प्रस्तावों पर कुछ नहीं कह सकता. हम मेघालय में हैं, हर कोई बीफ खाता है और कोई प्रतिबंध नहीं है. हां, मैं भी बीफ खाता हूं. मेघालय में कोई पाबंदी नहीं है. यह लोगों की जीवनशैली है, कोई इसे रोक नहीं सकता है. भारत में भी ऐसा कोई नियम नहीं है. कुछ राज्यों ने कुछ कानून पारित किए हैं. मेघालय में हमारे यहां बूचड़खाना है, हर कोई गाय या सुअर बाजार में लाता है. यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है, इसलिए लोगों को आदत है.’

बीफ खाने के संबंध में ही इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक साक्षात्कार में पूछे गए सवाल के जवाब में भी मावरी ने दोहराया, ‘पूर्वोत्तर में, विशेष तौर पर मेघालय में यह (बीफ खाना) हमारी संस्कृति और खान-पान की आदत है… सभी बीफ खाते हैं. इसलिए, पार्टी में कोई भी हमें नहीं कहता है कि ‘बीफ मत खाओ’. यह लोगों की जीवनशैली है, पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है.’

यह बयान ऐसे समय पर आया है जब असम जैसे भाजपा शासित राज्यों ने पशु वध, यातायात और बीफ की बिक्री को नियंत्रित करने के लिए एक विधेयक पारित किया था और पूर्वोत्तर भारत में भाजपा का प्रमुख चेहरा बनकर उभरे असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे हिंदू आबादी वाले इलाकों में बीफ खाना रोकें.

कुछ राजनीतिक दलों के भाजपा पर ईसाई विरोधी पार्टी होने के आरोपों को खारिज करते हुए मेघालय भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह सिर्फ ‘राजनीतिक दुष्प्रचार’ है.

उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की देश में नौ सालों से सरकार है और किसी भी चर्च पर हमला नही हुआ है या निशाना नहीं बनाया गया है. विपक्षी दलों के आरोप कि भाजपा एक ईसाई विरोधी पार्टी है, सिर्फ चुनावी दुष्प्रचार है. हम ईसाई बहुल राज्य मेघालय में है और सभी लोग चर्च जाते हैं.’

अर्नेस्ट मावरी ने आगे कहा, ‘गोवा में भी भाजपा की सरकार है और एक भी चर्च पर हमला नहीं हुआ है. ऐसा ही नगालैंड में है. यह कुछ राजनीतिक दलों- विशेष तौर पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और यहां तक कि राज्य के कुछ सहयोगी दलों- का राजनीतिक दुष्प्रचार है. यह सच नहीं है. मैं भी ईसाई हूं और उन्होंने (भाजपा) मुझे ऐसा कभी नहीं कहा कि मैं चर्च न जाऊं.’

बता दें कि मेघालय में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. मतगणना दो मार्च को होगी.

आर्टिकल साभार- द-वायर

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Lok Sabha Election 2024: पहले चरण के लिए मतदान की तैयारियां पूरी, कल 16.63 करोड़ वोटरों का मत EVM में होगा कैद

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Lok Sabha Election 2024: पहले चरण की वोटिंग को लेकर अब कुछ घंटों का समय शेष रह गया है. इस पहले चुनाव आयोग ने  मतदाताओं से अपील की है कि वह मतदान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने भारतीय मतदाताओं से आगामी चुनाव 2024 में भाग लेने का आग्रह किया है. राजीव कुमार ने लोकतंत्र में मतदान का महत्व देते हुए जोर दिया कि चुनाव भारत के लोकतंत्र की सबसे खूबसूरत अभिव्यक्ति है. उन्होंने कहा कि मतदान को सफल बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने कड़ी मेहनत की है.

पहले चरण में कितनी संसदीय सीटों पर वोटिंग 

आम चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल यानी कल होगा. सीटों की बात की जाए तो 21 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की 102 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा. इसमें सामान्य-73; एसटी-11; एससी-18  और 92 विधानसभा क्षेत्रों के लिए वोटिंग होगी. इस दौरान अरुणाचल और सिक्किम के विधानसभा चुनाव भी होने हैं. यह मतदान सुबह 7 बजे आरंभ होगा. शाम को छह बजे से वोटिंग खत्म हो जाएगी. पहले चरण के मतदान में 18 लाख से से ज्यादा मतदान अधिकारी शामिल होंगे. 16.63 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं इंतजार होगा. वोटिंग के लिए 1.87 लाख मतदान केंद्र तैयार किए गए हैं. इस पर बार 8.4 करोड़ पुरुष मतदाता शामिल होंगे. वहीं 8.23 करोड़ महिला वोटर हैं. इसके अलावा 11,371 थर्ड जेंडर के मतदाता भी होंगे. वहीं इस चुनाव में 35.67 लाख पहली बार मतदान करने वाले हैं. वहीं 3.51 करोड़ मतदाता 20 से 29 वर्ष के होंगे.

चुनाव मैदान में 1625 उम्मीदवार

इस बार चुनावी मैदान में 1625 उम्मीदवार होंगे. इसमें पुरुष 1491 हैं. वहीं महिला उम्मीदवार 134 होंगे. सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी पर तैनात कर्मियों के आने जाने के लिए 41 हेलीकॉप्टर, 84 विशेष ट्रेनें और लगभग 1  लाख वाहन को तैनात किया गया है. चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण और सुचारु रूप से चुनाव कराने के लिए कई खास कदम उठाए हैं. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मतदान केंद्रों पर पर्याप्त केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है. 50 फीसदी से ज्यादा मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग होगी. सभी मतदान केंद्रों पर माइक्रो पर्यवेक्षकों की गिनती के साथ 361 पर्यवेक्षक तैनात होंगे.

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गठबंधन प्रत्याशी इमरान मसूद के पक्ष में प्रचार करने पहुंची प्रियंका गांधी‚ रोड़ शो में उमड़ा जनसैलाब

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Priyanka Gandhi Road Show in Saharanpur: लोकसभा चुनाव 2024 के तहत यूपी के सहारनपुर में पहली बार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रोड शो किया। बुधवार को सहारनपुर की गोल कोठी से कुतुबशेर थाने तक एक घंटे चले रोड शो में प्रियंका गांधी ने करीब 12 मिनट जनता को संबोधित किया। इस दौरान उनके रोड शो में भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा।

प्रियंका गांधी ने मोदी पर खूब तंज कसे। प्रियंका ने कहा कि इस देश ने सत्ता को नहीं सत्य को पूजा है और मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं। रोड शो के दौरान प्रियंका गांधी ने रामनवमी पर कहा कि भगवान राम ने भी सत्य की लड़ाई लड़ी थी। जब उनके सामने रावण युद्ध करने के लिए आया तो सारी शक्ति रावण के पास थी, लेकिन भगवान राम ने नौ व्रत रखकर सारी शक्ति अपने पास ले ली थी। इसके बाद रावण से युद्ध किया और सत्य की जीत हुई।

‘इंडिया’ गठबंधन को मिल रही अच्छी सीटेंः प्रियंका गांधी

रोड शो के दौरान प्रियंका गांधी से सवाल पूछा गया कि ‘इंडिया’ गठबंधन कितनी सीटें जीतेगा? इसपर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं। हमें अच्छी संख्या में सीटें मिलने जा रही हैं। लोग बदलाव चाहते हैं। राजस्थान और उत्तराखंड में लोग इस तरह की राजनीति से थक चुके हैं। लोगों के पास खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं। बेरोजगारी दूसरे स्तर पर बढ़ गई है लेकिन पीएम मोदी इस सब पर बात नहीं कर रहे हैं।”

सहारनपुर में ठप हो गया लकड़ी का कारोबारः प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी ने कहा “सहारनपुर के लोगों का लकड़ी का कारोबार ठप हो गया। एक समय था जब यहां से बड़ी संख्या में लकड़ी के बने उत्पाद एक्सपोर्ट हुआ करते थे। मोदी सरकार में वह भी बंद हो गए। मेरी जनता से अपील है कि वह सपा कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी भाई इमरान को भारी मतों से जिताएं। आने वाले 19 अप्रैल को अधिक से अधिक मतदान करें।”

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देश

Meerut: ठाकुरो ने किया भाजपा के पूर्ण बहिष्कार का एलान‚ BJP को हराने के लिए INDIA गठबंधन को करेंगे वोट

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मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र के ठाकुर चौबीसी के गांव खेड़ा में मंगलवार को क्षत्रिय स्वाभिमान महापंचायत में भाजपा का पूर्ण बहिष्कार करने का एलान किया गया। सर्वसमाज के लोगाें ने सर्वसम्मति से कहा कि जो प्रत्याशी भाजपा को हराएगा, हमारा वोट उसे जाएगा। खेड़ा के इंटर कॉलेज में हुई राजपूत समाज की महापंचायत में किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह ने कहा कि राजपूतों ने जंग छेड़ दी है। आज 36 बिरादरियों ने भाजपा की दमनकारी नीतियों के खिलाफ क्रांति का आगाज किया है।

याद दिलाया कि इसी खेड़ा राजपूत सभा की पंचायत से 2014 में भाजपा की सरकार आई थी। अब यहीं की पंचायत सरकार को उखाड़ फेंकेगी। महापंचायत को संबोधित करते हुए भाकियू भानू गुुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप सिंह ने भाजपा के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया।

राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह कालवी ने कहा कि भाजपा विरोधी आंधी पश्चिमी उत्तर प्रदेश से चलकर राजस्थान पहुंच चुुुकी है। राजपूत उत्थान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सोम ने कहा कि भाजपा के लिए क्षत्रिय समाज दशकों से तन-मन-धन से समर्पित है परंतु  भाजपा क्षत्रिय समाज के नेताओं और कार्यकर्ताओं को हाशिये पर पहुंचा रही है।

महापंचायत में मुजफ्फरनगर लोकसभा समेत हरियाणा और राजस्थान समेत कई राज्यों से लोग पहुंचे। हजारों लोगों की भीड़ में क्षत्रिय नेताओं ने भाजपा के विरोध में खूब बयानबाजी की। हालांकि इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जय-जयकार भी की गई।

महापंचायत की अध्यक्षता सर्वसमाज के पांच लोगों ने की। इस दौरान महिपाल मकराना, दीपक सिंह, बुद्ध सिंह महाश्य, बंटी प्रधान, वीर प्रताप सिंह, अभिषेक सोम, मौलाना जल्फकार भनवाड़ा, उस्मान खान, चीनू सोम, मोंटी प्रधान, अजय सिंह, दिनेश भमौरी, महराज प्रधान आदि मौजूद रहे।

मुसलमानों ने भी साक्षी बनने का लिया संकल्प
करीब ग्यारह साल पहले मुजफ्फरनगर दंगे की आग में झुलस गया था। खेड़ा गांव के कॉलेज मैदान पर हुई महापंचायत के बाद सांप्रदायिक दंगों में घर जल गए और गांव छूट गए थे। पीढ़ियों से साथ रहने वाले लोग आपस में ही भिड़ गए।

तभी से ही सामाजिक तानाबाना टूट गया और ठाकुर और मुस्लिम समाज में खाई बन गई। एक बार फिर भाजपा के विरोध में हुई महापंचायत में क्षत्रियों और मुस्लिम समाज के लोगों ने भी रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई का साक्षी बनने का संकल्प लिया।

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