मेरठ: किला परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव में पटाखों की बिक्री की आड़ में अवैध वसूली करने पहुंचे दो दरोगाओ ने ग्रामीणों के साथ बदतमीजी करते हुए एक बुजुर्ग महिला को थप्पड़ जड़ दिया। नशे में धुत दरोगाओं की हरकत से ग्रामीण आग बबूला हो गए और धक्कामुक्की करते हुए उनकी पिटाई कर दी। ग्रामीणों ने दोनो दरोगा को बंधक बना लिया। सूचना पर सीओ सदर देहात परीक्षित गढ़, किठौर, मवाना और भावनपुर थाने की फोर्स लेकर गांव पहुंचीं और ग्रामीणों को समझाकर दोनों को बंधनमुक्त कराया।
दरअसल, किला परीक्षितगढ़ थाने में तैनात दरोगा सतेंद्र और प्रशिक्षु शिवम गोविंदपुरी गांव में दीपावली पर अवैध वसूली कर पटाखों की बिक्री करा रहे थे। आरोप है कि शनिवार शाम भी सतेंद्र अपने साथी प्रशिक्षु दरोगा शिवम के साथ नशे की हालत में गांव गोविंदपुरी पहुंचे और अवैध वसूली करने लगे। वसूली का विरोध करने पर इन्होंने एक बुजुर्ग महिला को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद एक अन्य ग्रामीण पिंटू के घर में घुसकर पटाखे बेचने के नाम पर रकम की मांग की। उसके घर में जमकर उत्पात मचाया।
इस दौरान ग्रामीण मकान के बाहर एकत्र हो गए और विरोध करने लगे। आरोप है कि नशे में धुत दरोगा ने ग्रामीणों के साथ अभद्रता करते हुए गाली-गलौज की। उन्हें जेल भेजने की धमकी दे डाली। इससे ग्रामीण उग्र हो गए और दोनों दरोगाओं को बंधक बना लिया और धक्का-मुक्की करते हुए मारपीट कर दी। दरोगाओं को बंधक बनाने की सूचना से पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। सीओ सदर देहात नवीना शुक्ला आनन फानन में परीक्षितगढ़, किठौर, मवाना, भावनपुर आदि थाने से फोर्स लेकर मौके पर पहुंचीं और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया।
ग्रामीणों ने दोनों दरोगाओं को निलंबित कर उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की। सीओ ने दोनों दरोगाओं के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। करीब तीन घंटे बाद ग्रामीणों ने दोनों दरोगाओं को छोड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि दरोगा सतेंद्र पूर्व में किठौर थाने में तैनात था और यहां भी वह अवैध वसूली के लिए चर्चित था। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि मामले की जांच सीओ सदर देहात को सौंपी है, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।