मादी की सुरक्षा

Security system of PM Modiप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति (US President) के बाद दूसरे ऐसे नेता हैं जिन्हे पूरी दुनिया के लोग जानते हैं। यही कारण हैं कि उनकी जान को खतरा भी बेहद ज्यादा है। खतरे को देखते हुए उनकी सुरक्षा में हजारों सुरक्षाकर्मी 24 घंटे तैनात रहते हैं।

आप यह जानकार हैरान रह जाएंगे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की सुरक्षा पर रोजाना करीब 1 करोड़ सत्राह लाख रूपए खर्च होते हैं। उनकी सुरक्षा की सबसे बड़ी जिम्मेदारी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (special protection group) यानि एसपीजी की होती है। साल 2014 में एसपीजी का सालाना बजट लगभग 290 करोड़ रूपए हुआ करता था। लेकिन नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद इस बजट में हर साल भारी भरकम बढ़ोतरी की गई।

वर्तमान में एसपीजी का सालाना बजट 592 करोड़ रूपए है। खास बात यह है कि 2014 के बाद से अब तक कई बड़े नेताओ से एसपीजी सुरक्षा को वापस ले लिया गया है। इनमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम भी शामिल है।  पीएम की सुरक्षा की बात करें तो यह सुरक्षा 4 स्तर की होती है। पहले स्तर की सुरक्षा SPG की के पास होती है। SPG के 24 कमांडो प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात रहते हैं। इन कमांडोज के पास एफएनएफ दू थाऊजेंट असॉल्ट राइफलस होती है। इसके अलावा इसके पास सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल और दूसरे अत्याधुनिक हथियार भी होते हैं।

खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी भी बुलेट प्रूफ कार में सवार रहते हैं। उनके काफिले में 2 बख़्तरबंद गाडियां भी चलती हैं। इसके साथ ही 9 अन्य हाईप्रोफाइल गाड़ियां भी काफिले शामिल रहती हैं। पीएम के काफिले में दो एंबुलेंस और एक जैमर वाहन भी होता है। जो पीएम के काफिले से करीब 500 फीट की दूरी तक मोबाइल और इंटरनेट नेटवर्क जाम कर देता है। इसके अलावा पीएम के काफिले में एक डमी कार भी चलती है। वहीं अन्य सुरक्षा ऐजेंसियों के सैकड़ों जवान भी पीएम के काफिले में शमिल रहते हैं। प्रधानमंत्री के कफिले में दिल्ली पुलिस की एक बड़ी टुकडी भी मौजूद रहती है।

जब प्रधानमंत्री अपने सरकारी आवास से किसी सम्मलेन में भाग लेने के लिए निकलते हैं।तो पूरे रास्ते पर सड़क के एक तरफ के ट्रैफिक को 10 मिनट पहले रोक दिया जाता है। इस बीच, दिल्ली पुलिस की दो गाड़ियां सारे रूट पर सायरन बजाती हुई घूमती हैं। यह इसीलिए किया जाता है ताकि तय किया जा सके कि जिस रस्ते से पीएम को गुजरना है, वह पूरी तरह से साफ है। प्रधानमंत्री के सात लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास में भी एसपीजी के 500 से ज्यादा कमांडो तैनात रहते हैं।

जब प्रधानमंत्री देश के किसी दूसरे शहर या विदेशी दौरे पर जाते हैं, तो उनकी हवाई यात्रा की सारी जिम्मेदारी एयरफोर्स की होती है। हवाई यात्रा के लिए प्रधानमंत्री सीधे एयरपोर्ट के टेक्निकल एरिया में दाखिल होते हैं। प्रधानमंत्री के एयरपोर्ट पहुंचने से पहले वहां एयर फोर्स के दो बोइंग विमान तैयार कर दिए जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि अगर एक विमान में अंतिम समय में कुछ खराबी हो जाए, तो स्टैंडबाई के लिए खड़े दूसरे विमान से प्रधानमंत्री अपनी यात्रा पर जा सके। इस फ्लाइट का नंबर हमेशा एआइवन होता है।

प्रधानमंत्री के विदेश दौरों के लिए ‘एयर इंडिया वन’ बोइंग 747-400 विमान का इस्तेमाल किया जाता है। प्रधानमंत्री का विमान जब उड़ान भरता है, तो उससे कुछ मिनट पहले सारे इलाके को नो फ्लाइंग जोन में तब्दील कर दिया जाता है। उस दौरान कोई फ्लाइट न उतर सकती है और ना ही उडान भर सकती है। पीएम के विमान में भी उनका अपना स्टाफ और एनएसजी के गार्ड्स तैनात रहते हैं। विमान में एक बेडरूम और छोटा-सा कॉन्फ्रेंस रूम भी होता है।

चौथे और आखिरी नंबर पर पीएम की सुरक्षा में जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा होती है। जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड यानि एनएसजी के कमांडो द्वारा मुहैया कराया जाती है।  इन कमांडो को आम बोलचाल की भाषा में ब्लैक कैट भी कहा जाता है।  एनएसजी एक विशेष सैन्य बल होता है जिसे विशेष रूप से आतंकवाद विरोधी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।

एनएसजी के कमांडो के पास अत्याधुनिक एमपी-5 बंदूकें और आधुनिक संचार उपकरण होते हैं। इसके अलावा प्रत्येक कमांडो मार्शल आर्ट और निहत्थे युद्ध कौशल में भी निपुण होते हैं। जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था के तहत  36 सशस्त्र कमांडो चौबीसों घंटे पीएम की सुरक्षा में तैनात रहते हैं।

 

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