क्या भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य बनाना जाना अब तय हो गया है, क्या भारत की उभरती ताकत को अब दुनिया पहचान चुकी है, क्या पूरे विश्व का भरोसा अब भारत पर अधिक हो गया है, क्या दुनिया के तमाम देश अब भारत के नेतृत्व चाहते हैं, इसलिए भारत को UNSC का स्थाई सदस्य बनाने जाने की मांगों ने जोर पकड़ लिया है। दुनिया के तमाम देशों पर भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य बनाने जाने की मांगों से सुयंक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) पर दबाव बढ़ने लगा है। लिहाजा अब यूएनजीए को अपने संविधान में बदलाव करने के लिए विचार करने पर दुनिया के तमाम देशों ने मजबूर कर दिया है। इस बीच यूएनजीए के अध्यक्ष 5 दिनों की यात्रा पर भारत आ रहे हैं। इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं।
यूएनजीए के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस पांच दिवसीय यात्रा पर सोमवार को भारत आएंगे। वह दुनिया में उभरती ताकत और मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देश के कई शहरों का दौरा करेंगे। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि वह सुरक्षा परिषद में सुधार से पहले भारत भ्रमण से उसकी गहराई का आंकलन करेंगे। इस दौरान ऐसा माना जा रहा है कि यूएनएससी में सुधार के लिए कदम उठाने को लेकर उन पर दबाव भी बनाएगा। फ्रांसिस नयी दिल्ली में भारतीय वार्ताकारों के साथ बातचीत करने के अलावा जयपुर और मुंबई की भी यात्रा करेंगे।
26 जनवरी को देखेंगे भारत की सैन्य ताकत
फ्रांसिस 22 जनवरी से 26 जनवरी तक भारत की यात्रा करेंगे। ऐसे में 26 जनवरी को वह इंडिया गेट पर भारत की सैन्य शक्ति की ताकत का एहसास भी करेंगे। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि फ्रांसिस मुंबई में नवंबर 2008 में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों की याद में बनाए गए स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के अध्यक्ष की भारत यात्रा वैश्विक संस्था के साथ देश के सहयोग को बढ़ाने का भी अवसर प्रदान करेगी। संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष फ्रांसिस विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ आपसी हित के प्रमुख बहुपक्षीय मुद्दों पर व्यापक बातचीत करेंगे। (भाषा)