क्या आप जानते हैं ट्रेन में आगे और पीछे ही क्यों लगाए जाते हैं जनरल कोच

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तो आपको बता दें कि ट्रेन के जनरल डिब्बों को शुरू और आखिर में लगाने के कई मुख्य कारण हैं।  पहला कारण तो यह है कि जनरल डिब्बों में अन्य कोचों की अपेक्षा में ज्यादा भीड़ रहती है। जनरल डिब्बों में हर स्टेशन से चढ़ने और उतरने वाले यात्रियों का सिलसिला भी लगा रहता हैं. ऐसे में अगर जनरल डिब्बे ट्रेन के बीच में लगा दिए जाएं तो सारी व्यवस्था खराब जाती है. इस वजह से बाकी कोचों के यात्री न तो ट्रेन से आराम से उतर पाते हैं और ना ही चढ़ पाते हैं. इसके अलावा जनरल डिब्बों के यात्री जगह न मिलने पर दूसरे कोचों में घुसने की कोशिश करते हैं। ऐसा ना हो इसलिए जनरल डिब्बों को आमतौर पर ट्रेन के शुरू या आखिर में लगाया जाता है।

दूसरे कारण की बात करें तो जनरल कोच के डिब्बे शुरू या आखिर में लगाने की एक वजह यह भी होती है कि कोई दुर्घटना होने पर बचाव और राहत अभियान पहुंचाने में आसानी रहती है। अगर जनरल डिब्बे ट्रेन के बीच में लगे होंगे तो बचाव अभियान चलाने में परेशानी होती है।

तीसरे कारण की बात करें तो वो यह है कि जनरल कोच में ज्यादातर डेलीवेज पेसेंजर ही सावार होते हैं। इन यात्रियों को डिब्बा ढूंढने में परेशानी न हो, इस लिए भी जनरल डिब्बों को ट्रेन के शुरू या आखिर में लगाया जाता है। हालांकि कुछ लोगों को मानना है कि जनरल डिब्बे शुरू और आखिर में इसलिए लगाए जाते हैं कि एक्सिडेंट होने पर सबसे पहले जनरल डिब्बों में बैठे गरीब लोगों को ही नुकसान हो‚ और स्लीपर या AC कोच में बैठे अमीर लोग बच जाए। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नही है।