सागर. मध्य प्रदेश के सागर जिले से चौंकाने वाली खबर है. यहां एक युवती की एंबुलेंस से गिरकर मौत हो गई. वह उस वक्त एंबुलेंस से गिरी जब वह अपने चाचा का शव गावं ले जा रही थी. बता दें, यह वही युवती है, जिसके भाई की 23 अगस्त 2023 को ठाकुर समाज के बीजेपी नेताओ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. तब आरोपियों ने लड़की दादी को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया था. बताया जा रहा है कि आरोपियो ने युवती के चाचा को भी बातचीत के लिए बुलाया था और वही पीट-पीटकर उसकी भी हत्या कर दी। युवती चाचा के शव को लेकर एंबुलेंस से घर लौट रही थी।
दावा किया जा रहा है कि इस दौरान युवती एंबुलेंस से गिर गई और उसकी मौत हो गई। हालांकि यह बात किसी के गले नही उतर रही है‚ बहुत हद तक आशंका है कि युवती को रास्ते से हटाने के लिए सुनियोजित तरीके से उसकी हत्या की गई है। युवती की मौत पर सियासत तेज हो गई है. युवती को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुंहबोली भतीजी बताया है. विपक्ष ने युवती की मौत और उसके चाचा की हत्या पर सरकार को घेर लिया है.

गौरतलब है कि मामला सागर के बदौरिया नौनागिर का है. यहां तीन दिन पहले एक पक्ष दूसरे पक्ष के पास पुराने मामले में राजीनामे के लिए पहुंचा था. यहां राजीनामा न करने को लेकर दोनों पक्षों मे विवाद हो गया. यह विवाद इतना बढ़ गया कि हाथा-पाई हो गई. इसमें दो लोग घायल हो गए. इस घटना में राजेंद्र अहिरवार गंभीर रूप से घायल हो गया था. उसे इलाजे के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया. लेकिन, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. दूसरी ओर, उसकी भतीजी अंजना चाचा का शव लेकर एंबुलेंस से घर की ओर निकली. इस बीच रास्ते में वह एंबुलेंस से गिर गई. उसने सड़क पर गिरते ही दम तोड़ दिया. उसकी मौत के बाद बवाल मच गया. 27 मई को पुलिस ने उसका पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया. पुलिस की मौजूदगी मे मृतक अंजना का अंतिम संस्कार किया गया.
पूरा जिला प्रशासन बदला जाए- पूर्व सीएम दिग्वजिय सिंह
उसकी मौत का पता चलते ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अंजना की अंत्येष्टि में शामिल हुए. अंजना उनकी मुंहबोली भतीजी है. उन्होंने उसकी मौत को लेकर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने पूरे जिला प्रशासन को बदलने की मांग की है. बता दें, साल 2023 मे बरोदिया नौनागिर में नितिन हत्याकांड हुआ था. यह नितिन मृतिका अंजना का भाई था. उस वक्त भी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बरोदिया नौनागिर पहुंचे थे. यहां उन्होंने मृतिका अंजना से राखी बंधवाई थी. अब इस मामले को नितिन हत्याकांड से जोड़कर भी देखा जा रहा है.
अंजना की दादी को घुमाया था निर्वस्त्र
बता दें, मृतिका अंजना के परिवार का मामला पिछले अगस्त 2023 में उछला था. बताया जाता है कि 23 अगस्त 2023 को यहां कुछ लोग अंजना के साथ छेड़खानी कर रहे थे. तब उसके भाई नितिन उर्फ लालू अहिरवार ने इस छेड़खानी का विरोध किया था. आरोपियों ने नितिन की दर्दनाक हत्या कर दी थी. जब उसकी दादी ने बीच-बचाव किया था तो आरोपियों ने उन्हें भी पीटा था और गांव में निर्वस्त्र घुमाया था. इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया था.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी उठाए सवाल
इस मामले को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मध्य प्रदेश के सागर जिले के ग्राम बरोदिया नोनागिर में दलित युवती अंजना अहिरवार द्वारा छेड़छाड़ की शिकायत से खिन्न गुंडों ने युवती के भाई नितिन अहिरवार की पिछले वर्ष अगस्त माह में हत्या कर दी थी. हत्या में बीजेपी नेताओं की संलिप्तता सामने आई थी. हत्या के बाद पीड़ित परिवार पर समझौते के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था, पीड़ित परिवार समझौते के लिए तैयार नहीं हुआ तो दो दिन पूर्व पीड़िता के चाचा राजेंद्र अहिरवार की भी हत्या कर दी गई. जब पीड़ित युवती के चाचा का पोस्टमार्टम कराकर शव को वापस ले जाया जा रहा था, तब रास्ते में पीड़िता अंजना अहिरवार संदिग्ध परिस्थितियों में एंबुलेंस से गिर गई और उसकी भी मृत्यु हो गई. मैं यह सुनकर स्तब्ध हूं कि किस तरह 9 महीने के भीतर एक दलित बेटी की छेड़छाड़ की शिकायत पर पहले उसके भाई की हत्या, फिर उसके चाचा की हत्या और फिर संदिग्ध परिस्थितियों में उस बेटी की भी मौत हो गई.’
उन्होंने लिखा, पीड़िता के भाई की हत्या के बाद प्रशासन ने पीड़िता को नौकरी और सुरक्षा समेत कई आश्वासन दिए थे, उनमें से कुछ भी पूरे नहीं किए गए. अंजना को नौकरी नहीं मिली, घर से सुरक्षा हटा दी गई, सीसीटीवी के केबल काट दिए गए. राजीनामा के लिए बार बार दबाव बनाया गया. पीड़ित बेटी ने थाने में शिकायत भी की परन्तु कोई कार्रवाई नहीं की गई. क्या मध्यप्रदेश में अब दलित होना गुनाह हो गया है ? क्या एक पूरे दलित परिवार को खत्म करने वाले बीजेपी संरक्षित आरोपियों को सजा मिलेगी ? क्या मुख्यमंत्री इस परिवार के बचे हुए सदस्यों का जीवित बचना सुरक्षित करेंगे ?