Kisan andolan News :- लखनऊ (Lucknow) । यूपी (UP) के पूर्व नौकरशाहों ने कृषि कानून के विरोध में दो माह से अधिक समय से चल रहे किसानों आंदोलन (Kisan andolan) को समाप्त (Fnish) करने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को भ्रमित नहीं होना चाहिए, कृषि कानूनों (krishi kanunon) से उनकी आय बढ़ेगी। पूर्व नौकरशाही का कहना है कि ठेके पर खेती कोई नई बात नहीं है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे अपना आंदोलन (andolan) खत्म करें क्योंकि इससे आम आदमी को परेशानी हो रही है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव अतुल गुप्ता ने कहा कि किसानों को भ्रमित नहीं होना चाहिए। नए कृषि कानून से किसानों को काफी फायदा होगा। उनकी आय में वृद्धि होगी। दूसरी ओर यूपी के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा कि सरकार बाजारों को ई-नाम से जोड़कर किसानों की आय बढ़ा रही है। किसानों को फसल बेचने का बेहतर अवसर मिल रहा है। पूर्व अधिकारियों ने कहा कि किसानों के आंदोलन के कारण आम आदमी खतरे में पड़ रहा है, इसलिए इसे समाप्त किया जाना चाहिए।
26 मार्च को भारत बंद का आह्वान
पूर्व आईएएस सुदेश ओझा व अन्य अधिकारियों ने किसानों से अपील की कि ठेके पर खेती करना कोई नई बात नहीं है। यह पहले हो रहा है और अभी भी कई राज्यों में हो रहा है । उल्लेखनीय है कि भाटिया किसान यूनियन ने 26 मार्च को बंद का आह्वान किया है। पिछले दो महीने से दिल्ली सीमा पर किसान आंदोलन पर राकेश टिकैत ने कहा है कि यह आंदोलन अगले दो महीने से चल रहा है। उन्होंने यह बात गाजीपुर में बलिया दौरे से पहले कही थी।