isro news:- बेंगलुरू में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) (ISRO) ने ऊंचाई के साथ हवाओं और प्लाज्मा गतिशीलता के बीच के अंतर का अध्ययन (study) करने के लिए श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र (Space Center) से एक परिज्ञापी रॉकेट लॉन्च किया है। इसरो के बेंगलुरु स्थित मुख्यालय के मुताबिक, संगठन ने परिज्ञापी रॉकेटों की श्रृंखला विकसित की है। जिसे रोहिणी श्रृंखला कहते हैं, और इनमें से आरएच.200ए आरएच.300 और आरएच.560 महत्वपूर्ण हैं। ये नाम इन रॉकेटों के व्यास को मिलीमीटर में इंगित करते हैं।
ISRO ने Tweet कर दी information.
इसरो ने ट्वीट किया, “आज (शुक्रवार) श्रीहरिकोटा में एसडीएससी एसएचएआर से परिज्ञापी रॉकेट (RH560) हवा और प्लाज्मा गति के बीच अंतर का अध्ययन करने के लिए शुरू किया गया।
आप भी जान लें किस तरह से खास हैं Permeate Rocket.
परिज्ञापी रॉकेट अंतरिक्ष की खोज और ऊपरी वायुमंडलीय क्षेत्रों की खोज के लिए उपयोग किए जाने वाले एक या दो चरणों के ठोस प्रणोदक रॉकेट हैं। इस परियोजना में रॉकेट परीक्षण, प्रक्षेपण वाहनों और उपग्रह उपप्रणालियों आदि के लिए किफायती प्लेटफार्म भी उपलब्ध कराया गया है। इससे पहले इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) के बारे में एक खबर प्रकाशित की गई थी। समाचार (NSIL) ने कहा कि वह ऑपरेशन को बढ़ाने के उद्देश्य से अगले पांच वर्षों में 10,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके अलावा उसे 300 और लोगों की जरूरत होगी, जिन्हें जल्द ही भर्ती किया जाएगा।