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गाजियाबाद

गाजियाबाद: लोनी में निर्माणाधीन इमारत का लेंटर गिरने से दर्जनों मजदूर दबे, 2 की मौत, कई घायल

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संवाददाता: कपिल कुमार

उत्तर प्रदेश: गाजियाबाद के लोनी स्थित रूप नगर कॉलोनी में रविवार को एक निर्माणाधीन इमारत का लेंटर गिराने अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि लेंटर के नीचे कई मजदूर दबे हुए हैं। शुरूआती जानकारी के मुताबिक अभी तक 10 मजदूरों को मलबे से निकाला गया है जिनमे दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि बाकी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बचाव कार्य जारी है। 

डीएसपी ग्रामीण के अनुसार गाजियाबाद जिले के लोनी क्षेत्र के स्वरूप नगर औधोगिक क्षेत्र में में एक निर्माणाधीन इमारत का निर्माण हो रहा था। लेंटर डालने के लिए शेट्रिंग लगाकर उसके उपर सरिया भी बिछा दिया गया और लेंटर कार्य जारी था। रविवार दोपहर अचानक भरभराकर लेंटर गिरने से उसमें कुछ मजदूर दब गए।

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस फायर बिग्रेड और मेडिकल की टीम मौके पर पहुंच गई एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गए पहुंच कर रेस्क्यू कार्य में जुट गई है अभी तक 10 लोगों को निकाला जा चुका है जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई है तथा अब बाकी आठ घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

क्राइम

सड़क किनारे पति-पत्नी की लाश मिलने से सनसनी, कार के शीशे पर लगे गोलियों के निशान।

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गाजियाबाद। में एम्स के नशा मुक्ति केंद्र के पास आज सुबह पति-पत्नी की गोली लगी लाशें मिलीं. दोनों के शव सड़क किनारे पड़े हुए थे और उनकी ब्रेज़ा कार पास में खड़ी थी. पास में ही एक पिस्तौल भी बरामद हुई है. पुलिस का मानना है कि पति ने तमंचे से गोली मारकर पत्नी की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली। हालांकि, हत्या के बिंदु पर पुलिस की जांच अभी भी जारी है. पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

ये है पूरा मामला

मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र के कमला नेहरूनगर में एम्स का नशा मुक्ति केंद्र है। आज सुबह करीब 8 बजे इसके पास एक पुरुष और एक महिला का शव पड़ा हुआ था। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची. पुरुषों और महिलाओं दोनों को गोली मार दी गई। पास ही एक ब्रेज़ा कार खड़ी मिली, जो इसी जोड़े की थी. कार की विंडस्क्रीन पर भी गोली लगी।

रात को कार में छोड़ा, सुबह मिली लाशें

पुलिस ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया, मृतकों की पहचान 45 वर्षीय विनोद और उनकी पत्नी दीपा (41) के रूप में हुई है. दोनों मूल रूप से उत्तराखंड के रूड़की के रहने वाले थे और पिछले 10 साल से गाजियाबाद के महिंद्रा एन्क्लेव में रहते थे। पुलिस जांच में पता चला कि दंपति सोमवार रात करीब 10 बजे अपनी ब्रेजा कार में घर से निकले थे और उसके बाद घर नहीं लौटे. आज सुबह दोनों के गोली लगे शव मिले. पुलिस का मानना है कि विनोद ने पहले अपनी पत्नी को गोली मारी और फिर आत्महत्या कर ली. पुलिस को मौके से एक पिस्तौल भी मिली. हालांकि, पुलिस अभी इस घटना पर आधिकारिक बयान देने से बच रही है और जांच की बात कर रही है.

नौकरी छूटने से पति-पत्नी तनाव में थे

बताया जा रहा है कि विनोद एक कंपनी में काम करते थे, बाद में यह कंपनी बंद हो गई। संभवत: इसी बात को लेकर वह तनाव में भी था. आसपास के लोगों के मुताबिक विनोद पहले भी आत्महत्या का प्रयास कर चुका था। हालांकि, घटना की ठोस वजह अभी तक सामने नहीं आई है. पुलिस विनोद के रूड़की में रहने वाले परिजनों से संपर्क करने का प्रयास कर रही है।

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क्राइम

गाज़ियाबाद। जायदाद के लिए डायन बनी सौतेली मां‚ 11 साल के मासूम मारकर सेफ्टी टैंक में छिपाया

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गाज़ियाबाद। सौतेली मां कितनी हैवान हो सकती है इसका एक बड़ा उदाहरण उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में देखने को मिला है. यहां मोदीनगर थाना क्षेत्र के गोविंदपुरी की डबल स्टोरी कॉलोनी में एक कलयुगी सौतेली मां ने संपत्ति बंटवारे के शक में 11 साल के मासूम बच्चों की गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद शव को घर के ही सेफ्टी टैंक में छिपा दिया. हालांकि घटना के 24 घंटे के अंदर ही पुलिस ने घटना का खुलासा कर दिया और आरोपी महिला समेत उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया.

पूरी घटना मोदीनगर थाना क्षेत्र के गोविंदपुरी की डबल स्टोरी कॉलोनी की है, जहां 11 साल का शब्द उर्फ शब्बी रविवार को अचानक लापता हो गया. इसके बाद परिजनों ने आसपास के इलाके में उसकी तलाश की, लेकिन जब उसका कुछ पता नहीं चला तो पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने आसपास के इलाके में खोजबीन करने की कोशिश की और फिर अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू कर दिए। फिर उसके बाद घिनौनी साजिश की परतें खुलती गईं.

जांच के दौरान जब पुलिस ने घर के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे को ध्यान से देखा तो पता चला कि घटना वाले दिन शबदा घर से बाहर नहीं निकली थी. इसके बाद जब पुलिस ने घर की तलाशी ली तो घर के अंदर सेफ्टी टैंक में पत्थर से बंधी एक लाश मिली. 11 साल की मासूम की इस तरह से हत्या के बाद पुलिस भी हैरान रह गई और इलाके में भी हड़कंप मच गया.

सीसीटीवी से हुआ खुलासा
ऐसे में जब सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि घटना वाले दिन बच्चे को घर से बाहर नहीं निकाला गया और घर के सेफ्टी टैंक से ही उसका शव बरामद हुआ तो पुलिस का शक शांत हो गया. परिवार के एक सदस्य पर. क्योंकि घटना के वक्त न तो बच्चे के पिता और न ही उसके दादा घर पर मौजूद थे. केवल उनकी सौतेली मां रेखा ही मौजूद थीं। पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो खुद पुलिस के भी होश उड़ गए. पुलिस पूछताछ में रेखा ने बताया कि उसकी शादी करीब तीन साल पहले राहुल से हुई थी और शब्द राहुल की पहली पत्नी का बेटा है. रेखा को शक था कि राहुल अपनी कोई संपत्ति उसके बेटे के नाम कर सकता है और फिर उसने हत्या की साजिश रची और वारदात को अंजाम दिया.

दोस्त के साथ मिलकर की हत्या
इसी शक के चलते रेखा ने शब्द की हत्या की साजिश रची और इस साजिश में उसने अपने पड़ोस में रहने वाली सहेली पूनम को भी शामिल कर लिया. रविवार को जैसे ही घर के सभी पुरुष काम पर चले गए, रेखा ने पूनम के साथ मिलकर शब्द की चुन्नी से गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को पत्थर के सहारे सेफ्टी टैंक में डाल दिया। रेखा को पता था कि पानी में रहने से कुछ दिन बाद शव अपने आप सड़ जाएगा।

साजिश के तहत उसने शाम को अपने पति राहुल को बताया कि शब्दा घर नहीं लौटी है. इसके बाद पिता ने इसकी शिकायत मोदीनगर थाने में की और पुलिस जांच शुरू हुई. रेखा इतनी शातिर दिमाग है कि जांच के दौरान भी वह पुलिसवालों से अपने बेटे को ढूंढने की गुहार लगाती रही. लेकिन कहते हैं न कि साजिशकर्ता कितना भी चालाक क्यों न हो, उसके अपराध सामने आ ही जाते हैं.

इस मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ. घर के बाहर लगे सीसीटीवी ने खोल दिया सारा राज. रेखा के कबूलनामे के बाद पुलिस ने रेखा और उसकी सहेली पूनम दोनों को गिरफ्तार कर लिया. कि रेखा और उसके दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन जिस तरह से एक कलयुगी मां ने चंद पैसों के लालच में 11 साल के मासूम बच्चे की हत्या कर दी या ये कहा जा सकता है कि नासिर ने ही नहीं हत्या कर दी बल्कि उसके शव को ठिकाने भी लगा दिया। इस घटना ने एक साजिश रची है और सभी को सकते में डाल दिया है.

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गाजियाबाद

नोएडा: शादी सीजन से पहले योगी सरकार ने तोड़ी मंडप मालिको की कमर‚ सैकडों फार्म हाउसो पर चलाया बुल्डोजर

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नोएडा. देव उठान त्यौहार को लेकर तैयारियां जोरो पर हैं‚ आने वाले कुछ दिनों में लाखों जोडे शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। इसके लिए अभी से मंडप और फार्म हाऊस बुकिंग चल रही है। लेकिन इस बीच योगी सरकार ने नोएडा में सैकड़ों  फार्म हाऊस मालिको के सपनो पर पानी फेर दिया है। नोएडा में यमुना और हिंडन नदी के डूब क्षेत्र में बने अवैध फार्म हाउसों पर आज बुलडोजर कार्रवाई की गई है.

सांकेतिक चित्र

नोएडा प्राधिकरण के वर्क सर्किल-10 क्षेत्र में 50 से अधिक फार्म हाउस ध्वस्त कर दिए गए हैं। फार्म हाउस का निर्माण अवैध तरीके से किया गया था. कई हजार वर्ग मीटर में अवैध फार्म हाउस बने हुए थे. बताया जा रहा है कि इन फार्म हाउसों पर स्थाई निर्माण के साथ-साथ व्यावसायिक गतिविधियां भी संचालित की जाती थी।

आपको बता दें कि जुलाई में यमुना में आई बाढ़ के दौरान अवैध फार्म हाउस भी डूब गए थे. यहां से लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू चलाया गया. एनडीआरएफ, पुलिस और अधिकारियों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना पड़ा, जिसमें कई मवेशियों की जान चली गई. तीन से चार दिनों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया जिसमें हजारों मजदूरों और मवेशियों को बचाया गया.

नोएडा में बाढ़ के बाद प्राधिकरण और जिला प्रशासन ने ड्रोन सर्वे कराया था, जिसमें अवैध रूप से बने फार्म हाउसों की पहचान की गई थी. सर्वे के बाद नोएडा अथॉरिटी की पहली कार्रवाई हुई, जिसमें 50 से ज्यादा फार्म हाउस तोड़ दिए गए, साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर दोबारा निर्माण किया तो कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. यमुना का करीब 5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र डूब क्षेत्र में है। इस क्षेत्र में कोई भी पक्का निर्माण नहीं किया जा सकता।

इसके बाद भी यहां एक हजार से ज्यादा फार्म हाउस बने हुए हैं। पहले चलाए गए अभियान में करीब 164 फार्म हाउस तोड़े गए थे लेकिन हाईकोर्ट से रोक के बाद यथास्थिति बनाए रखने को कहा गया था। नोएडा अथॉरिटी के सीईओ लोकेश एम. ने कहा था कि यमुना और हिंडन के डूब क्षेत्र में बने अवैध फार्म हाउसों और अन्य अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए अवैध निर्माण की पहचान कर प्लॉटवार रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये गये.

इसके लिए पूरे डूब क्षेत्र का सर्वे कराया गया। रजिस्ट्री विभाग की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी कि उन्होंने डूब क्षेत्र में रजिस्ट्री कैसे होने दी और उन पर अंकुश कैसे नहीं लगाया। सभी अवैध फार्म हाउसों और अन्य अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.

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