मनोज कुमार समाचार संपादक
छत्तीसगढ़: रेप की घटनाओं को पुलिस कितना सीरियस लेती है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गैंगरेप के बाद पीड़ित किशोरी के आत्महत्या करने के बाद भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज तक नहीं किया। 3 महीने बाद अखबारों के माध्यम से मामला डीजीपी के संज्ञान में आया तो इस मामले में कार्यवाही हो सकी।
घटना छत्तीसगढ़ की है। जहां नाबालिग युवती के साथ करीब तीन महीने पहले एक शादी समारोह के दौरान सात युवकों ने गैंगरेप किया। नाबालिग युवती ने गैंगरेप के बाद आत्महत्या कर ली। अब तक भी रिपोर्ट दर्ज न होने पर पिता ने भी जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की।
मामला डीजीपी तक पहुंचने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच करने के लिए युवती के शव को कब्र से बाहर निकलवाया है। आरोपियों पर कोई करवाई ना करने पर संबंधित थाने के थानेदार को निलंबित कर दिया है।
शादी समारोह से अगवा कर 7 लड़को ने किया था गैंगरेप
मामला 19 जुलाई है। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के धनोरा थाने में एक गांव निवासी 17 वर्षीय पीड़िता अपने परिवार के साथ पास के कानागांव में हो रही एक शादी समारोह में गई हुई थी। रात में तकरीबन 11 बजे कानागांव के दो युवक युवती को अपने साथ नजदीक के जंगल ले गए और वहां पर अन्य पांच युवकों के साथ दुष्कर्म किया।
गैंगरेप के बाद पीड़ित ने दी जान
दूसरे दिन युवती ने अपने घर में आत्महत्या कर ली। परिवार के लोगों ने युवती के शव को गांव से दूर दफना दिया। युवती के चाचा ने कहा कि उन्होंने गैंग रेप के बाद ही शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया और आरोपियों पर कोई करवाई नही हुई। जिसके चलते उसके पिता ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। 7 अक्टूबर को मामला समाचार पत्रों में प्रमुखता से छपा।
पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर जागा पुलिस प्रसाशन
समाचार के बाद पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को घटना की पुष्टि करने तथा जरूरी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। निर्देश के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी धनोरा थाना पहुंचे तथा उन्हें जानकारी मिली कि 19 जुलाई को थानाक्षेत्र के एक गांव में विवाह समारोह के दौरान 17 वर्षिय के साथ सात युवकों ने बलात्कार किया था।
उन्होंने बताया कि जानकारी मिली कि बाद में दूसरे दिन युवती ने अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने बताया कि घटना की पुष्टि युवती के साथ विवाह समारोह में गई उसकी सहेली ने की थी। घटना के दौरान धनोरा थाने में पदस्थ रहे थाना प्रभारी रमेश शोरी को युवती की आत्महत्या की घटना के संबंध में मृतिका के परिजनों से पूछताछ भी की थी लेकिन शोरी ने इसकी सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी थी और न ही कोई कार्रवाई की थी।
आईजी ने कहा
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सुंदरराज पी. ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि कुछ माह पहले कोंडागांव जिल के धनोरा थाना क्षेत्र में एक बालिका ने गैंग रेप के बाद आत्महत्या कर ली थी। सूचना के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारी बुधवार को वहां पहुंचे थे।
बालिका की आत्महत्या के बाद पुलिस दल गांव गया था लेकिल परिजनों ने कहा था कि वह बाद में शिकायत दर्ज कराएंगे। वहीं, हाल ही में पीड़िता के पिता ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की, लेकिन इलाज के बाद उन्हें बचा लिया गया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि आत्महत्या की कोशिश के पीछे की मुख्य वजह का पता नहीं चल सका है।
बीजेपी का कांग्रेस सरकार पर हमला
छत्तीसगढ़ की विपक्षी पार्टी बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है।
विपक्षी नेता धरमलाल कौशिक ने ट्वीट कर लिखा, ”प्रदेश की बेटियां बस्तर से बलरामपुर तक कहीं भी सुरक्षित नहीं, ये कैसा नया छत्तीसगढ़ गढ़ने चले हैं। बेटियों पर हो रही घटनाओं पर असंवेदनशील प्रदेश की सरकार के पास संवेदना के दो शब्द भी नही हैं। लेकिन वो हाथरस के मुद्दे पर अपने दिल्ली दरबार को खुश करने सियासी ड्रामा करने में लगे हैं।”
करवाई न करने पर थानाध्यक्ष निलंबित, पांच आरोपी गिरफ्तार
युवती से गैंगरेप के बाद आत्महत्या मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं संबंधित थाने के थानेदार को निलंबित कर दिया गया है।