बिहार के समस्तीपुर जिले में गैस सिलेंडर के रिसाव से लगी आग में एक ही परिवार के एक आठ साल की बच्ची और दो महिलाओं की जलकर मौत हो गई। आग में 18 लोगों के घर भी जलकर राख हो गए। घटना जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के रामभद्रपुर पंचायत के छक्कन टोली गांव में शुक्रवार देर रात हुई।
बताया गया कि मृतकों में सोने लाल राय की 65 वर्षीय पत्नी किशुन देवी, अमलेश राय की 28 वर्षीय पत्नी संगीता देवी और 8 वर्षीय बेटी गंगा कुमारी शामिल हैं। सोने लाल राय, रवींद्र राय, अमलेश राय, रामकृपाल यादव, पंकज कुमार यादव, धीरज यादव, नीरज यादव, विद्यानंद राय, पांडव राय, शीला देवी, उमेश राय, जितेंद्र शर्मा, धर्मेंद्र शर्मा, बिंदू देवी, अमित कुमार शर्मा, सरवन राय , नंदकिशोर यादव और लक्ष्मी शर्मा का घर पूरी तरह से जल गए। बताया गया कि रात में आग लगने पर स्थानीय लोगों ने आग बुझानी शुरू की। कई घर तक आग पहुँचने बाद फायर बिग्रेड को सूचना दी गयी। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची और ग्रामीणों की मदद से काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया।
इस आग में लोगों ने नकदी सहित लाखों रुपये के सामान के नुकसान के बारे में बताया। पुलिस अधिकारी ब्रजकिशोर सिंह भी दुर्घटना की सूचना पर दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और तीनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर भिजवा दिया। उन्होंने बताया कि अब तक पीड़िता के परिवार ने इस मामले में कोई तहरीर नहीं दी है।
बिहार में पिछले दिनों में आगजनी में हुई है कई लोगो की जलकर मौत
आपको बता दें कि बिहार के विभिन्न जिलों में आगजनी की कई घटनाएं हुई हैं। जिसमें कई लोगों की मौत हो गई है। 2 अप्रैल को बांका में एक घर में आग लगने से तीन बच्चे जिंदा जल गए थे। यह घटना जिले के धौरैया प्रखंड के धनकुंड थाना क्षेत्र के बबुरा गांव में हुई। जानकारी के अनुसार, माता-पिता मजदूर के रूप में काम करने के लिए घर से बाहर गए हुए थे। इस अग्निकांड के दौरान, जहां ग्रामीण बुद्धो दास का घर जलकर राख हो गया, उसकी 6 वर्षीय बेटी चांदनी कुमारी और 5 वर्षीय बेटी सोनाक्षी कुमारी की जलने से मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से झुलस गई।
घर में आग लगने से भाई-बहन समेत छह बच्चे जिंदा जल गए
इससे पहले मंगलवार को अररिया जिले में भुट्टा पकाते समय उड़ी चिंगारी से एक घर में लगी आग में भाई-बहन सहित छह बच्चे जिंदा जल गए। यह घटना मंगलवार को जिले के पलासी ब्लॉक के कबैया गांव में घटी। जहां भाई-बहन सहित छह बच्चे मकई पका रहे थे। इस बीच उड़ी चिंगारी ने घर में आग पकड़ ली और बच्चों को घर छोड़ने का मौका भी नहीं मिला। बच्चों के शोर की आवाज सुनकर जब तक लोग पहुंचते, तब तक आग में सभी जिंदा जल चुके थे। इस घटना में किसी भी बच्चे को बचाया नहीं जा सका।