मनोज कुमार समाचार संपादक

Meerut: पिता ने अपने अपाहिज बेटे को जायदाद में हिस्सा नही दिया तो मजबूर बेटे ने जायदाद में हिस्सा लेने के लिए एक अनूठा तरीका अपनाया। बेटे ने शहर के चप्पे-चप्पे पर पोस्टर चिपका डाले। पोस्टर में बेटे ने मांग रखी कि बिरादरी के लोग उसे जमीन जायदाद में हिस्सा दिलाये। पोस्टर में बेटे ने अपना और अपने पिता का फोटो भी लगाया है।

दरअसल मामला थाना कोतवाली क्षेत्र के बनिए पांडे का है जहां देर शाम इरशाद पुत्र हाजी हनीफ ने अपने पिता हाजी हनीफ के खिलाफ जायदाद का हिस्सा ना देने पर शहर के कोटला बाजार, कबाडी बाजार, घंटाघर, वैली बाजार,सहित कई इलाकों में पोस्टर चस्पा कर दिए है।
इरशाद ने बताया कि लगभग एक साल पहले उसके पैर में चोट लग गयी थी। जिसके बाद डॉक्टर ने उसे पैर काटने को कहा। जैसे ही इरशाद के पिता को पता चला कि उसका पैर कटने वाला है। तो आरोप है कि पिता ने उसे 9 महीने पहले यह कहते हुए घर से निकल दिया की अब तू किसी काम के लायक नही हैं।
घर से निकलने के पश्चात बेरोजगार इरशाद किराये पर रहने लगा। कोई काम ना होने के कारण उसके परिवार को खाने के लाले पड़ने लगे तो पड़ौसियों व रिश्तेदारों ने उसको खाना और अन्य सामान मुहैय्या शुरू कर दिया। लेकिन उसके पिता का दिल नही पसीजा।
इरशाद ने बताया कि उसकी माँ को गुजरे हुए 13 साल हो गए है। उसकी माँ के नाम कोटले के अंदर 6 से 10 दुकाने है। जिनपर उसके पिता का कब्जा है। अपनी मजबूरी के चलते वह अपने पिता हाजी हनीफ से लगातार जायदाद में से हिस्सा मांग रहा है। नही देने पर उसने एक अनूठा तरीका अपनाया और जगह जगह अपने पिता के खिलाफ पोस्टर चस्पा कर दिए। पोस्टर में इरशाद ने अपना व अपने पिता का फोटो भी लगाया है। इरशाद ने बताया कि उसका एक छोटा बेटा व पत्नी का जैसे तैसे गुजर हो रहा है।
