सुनील बेन्द्र‚ संवाददाता

मेरठ: हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के गांव अकबरपुर गढ़ी में प्राथमिक विद्यालय के शिक्षामित्र ने अध्यापक पद की मर्यादा को तार-तार कर दिया। आरोपी शिक्षक ने चार वर्ष की मासूम छात्रा को अपनी वासना का शिकार बनाते हुए उसकी असमत से खिलवाड़ कर डाला।
मवाना थाना क्षेत्र के खेड़की जदीद निवासी सचिन हस्तिनापुर थानाक्षेत्र के गढ़ी गांव के प्राथमिक विद्यालय में बतौर शिक्षामित्र के रूप में कार्यरत है। पीड़ित मासूम के पिता ने बताया कि उसने अपनी 4 वर्षीय बेटी को इसी वर्ष स्कूल में डाला है। मंगलवार को कुछ बच्चे स्कूल में आ गए थे। सचिन पुत्र कमल सिंह ने सभी बच्चों को वापस भेजते हुए उसकी बेटी को रोक लिया तथा कमरे में बंद करते हुए मुंह व आंखें बांधकर उसके साथ दुष्कर्म किया।

मासूम छात्रा ने घर जाकर अपने परिजनों को बिलखते हुए घटना की जानकारी दी। जिसके बाद गुस्साए परिजन ग्रामीणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे तथा मास्टर को आड़े हाथों लेते हुए जमकर धुनाई कर डाली। उसे कमरे में बंद करते हुए पुलिस को सूचना दे दी। सूचना के बाद कई थानों की फोर्स के साथ सीओ मवाना उदय प्रताप सिंह,एसडीएम कमलेश गोयल, बीएसए भी मौके पर पहुंच गए।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने की कोशिश की लेकिन ग्रामीणों ने आरोपी को पुलिस के हवाले करने से मना कर दिया। घण्टों तक पुलिस व ग्रामीण मौके पर डटे रहे तथा शिक्षामित्र पर सख्त कार्यवाही करने तथा सस्पेंड करने की मांग की। बीएसए ने तत्काल मास्टर को सस्पेंड कर दिया। आरोपी कमरे में बंद रहा। भीड़ को उग्र होता देख पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया तथा आरोपी को अपने कब्जे में ले लिया।

आरोपी से पूछताछ की जा रही है। बच्ची के पिता ने थाने में सचिन के खिलाफ घटना की तहरीर दी है। पुलिस का कहना है कि सख्त कार्यवाही कर आरोपी को जेल भेजा जायेगा। लोगों ने मांग की है कि शिक्षा जैसे महान पेशे से जुड़े इस प्रकार के वहशी दरिंदे का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। गुरु को भगवान का दर्जा दिया जाता है। सचिन ने इसे कलंकित किया है। ऐसे आरोपी के खिलाफ ऐसी कार्यवाही होनी चाहिए की एक नजीर स्थापित हो। आखिर इस तरह बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का सपना कैसे पूरा किया जा सकता है।
