मनोज कुमार‚ समाचार संपादक

UP: कानून-व्यवस्था व महिलाओ पर अत्याचार के लिहाज से यूपी की गिनती देश के चंद सबसे बुरे प्रदेशों में हो रही है। जिसके चलते प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक शासक के तौर पर विफल मुख्यमंत्री माना जा रहा है। दरअसल योगी ने मुख्यमंत्री बनने से पहले से लेकर अभी तक भी हिंदुत्व ब्रिगेड को बढ़ावा दिया। लेकिन प्रदेश के शासक के रूप में वह अपने हिंदुत्व बिग्रेड के चहेतों को भी बचा नहीं पा रहे है। उनके कई चहेतों की हत्याएं इस बात की गवाह बनी है।
इन हिंदुत्ववादी नेताओ की हत्या मुख्यमंत्री योगी के शासन काल में हुई
बागपत के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष और आरएसएस सदस्य संजय खोखर की इसी साल अगस्त में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
फरवरी 2020 में विश्व हिंदू महासभा अध्यक्ष रंजीत बच्चन की हजरतगंज में मोटरसाइकिल सवार लोगों ने गोली मारकर जान ले ली।
पिछले साल अक्तूबर में हिंदू महासभा नेता और हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष को लखनऊ में उनके कार्यालय में गोली मार दी गई।
एक-डेढ़ दशक पहले सीएम योगी ने जिस हिंदू युवा वाहिनी का गठन किया था, उसके नेता संजय सिंह की पिछले सितंबर में बरेली में चाकू गोदकर हत्या कर दी गई।
और तो और, योगी के गढ़ गोरखपुर में ही 14 साल के बच्चे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। उसके पिता के पास जमीन बेचने से मिले पैसे थे और अपहरणकर्ताओं ने बच्चे के बदले फिरौती में एक करोड़ रुपये मांगे थे।
जुलाई में 56 साल की महिला सोफिया बेगम ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर खुद को आग लगी ली उस महिला की जमीन कुछ लोगों ने हड़प ली थी और वह पुलिस की निष्क्रियता की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान खींचना चाह रही थी। बाद में उसकी मृत्यु हो गई।
महिला अपराधों में हुई बढ़ोतरी
प्रदेश में महिलाओ पर अत्याचार व दुष्कर्म की वारदातों में बाढ़ सी आ गयी है। महिलाओ व बच्चियों पर दिल दहलाने वाले हादसे हुए है। हाथरस कांड में तो राज्य सरकार दावा करती है कि पीड़िता के साथ गैंगरेप की बात झूठी है। फिर पीड़िता के परिवार को मुआवजे की पेशकश की जाती है। लड़की ने जिन चार लोगों के नाम लिए, उन्हें पुलिस गिरफ्तार कर लेती है और अदालत में मामले की सुनवाई से पहले ही इन गिरफ्तार लोगों को बेकसूर बता दिया जाता है। जिस अमानवीय तरीके से पुलिस ने परिवारवालों के विरोध के बावजूद रात के अंधेरे में पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार कर दिया, वह रहस्य को और गहरा देता है।
जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट में यह दावा करती है कि यूपी के मुख्यमंत्री को बदनाम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय साजिश के तहत हाथरस कांड को अंजाम दिया गया, तो जैसे सारी हदें टूट जाती हैं। योगी खुद जाति से ठाकुर हैं और उनपर अक्सर अपनी जाति के लोगों की तरफदारी के आरोप लगते हैं।
