
राष्ट्रीय मानव एकता संस्था के तत्वधान में हाथरस पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए बहुत बड़ी तादाद में लोगों ने न्याय की गुहार लगाते हुए जिमखाना मैदान से बेगम पुल होते हुए कलेक्ट्रेट तक पहुंचे।
मांग की गई कि हाथरस में 19 साल की बेटी के साथ जो दरिंदगी हुई है, आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। वहीं पुलिस प्रशासन ने जो बेटी व उनके परिवार के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया है उससे भी पूरा देश दुखी है।
संस्था की सदस्यों ने कहा कि रात के दो बजकर पैंतालीस मिनट पर प्रशासन के द्वारा पीड़िता का दाह संस्कार किया गया। उससे पीड़ित परिवार और संपूर्ण वाल्मीकि समाज प्रशासन को कभी माफ नहीं करेगा।
लोगों ने मांग की है कि मौजूदा हालात को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जजों की निगरानी में निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर फांसी की सजा दी जाए ताकि भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति दोबारा ना हो। पीड़ित परिवार को उस गांव से शहर में कहीं सुरक्षित जगह रखा जाए।
