
बरेली: एक वर्ष पुर्व घर से भागे शादीशुदा प्रेमी युगल ने बरेली से लखनऊ कोर्ट में बयान के लिए जाते समय पुलिस कस्टडी में जहर खा लिया। रास्ते में तबियत बिगड़ती चली गई लेकिन पुलिस ने किसी डॉक्टर को दिखाना मुनासिब नही समझा।
लखनऊ पहुंचने से पहले ही प्रेमी युगल की मौत हो गयी। जिसके बाद पुलिस महकमें में हड़कम्प मच गया हैं। हालांकि पुलिस अफसर कस्टडी में जहर खाने की बात को नकार रहे हैं। उनका कहना है कि प्रेमी युगल ने बरेली में गाड़ी में बैठने से पहले ही जहर खा लिया था।
बता दे कि लखनऊ ठाकुरगंज कृष्णानगर के स्नेहनगर कालोनी निवासी पारुल अपने पति रिंकू व तीन बच्चों के साथ में रहती थी। पारुल का पति एक चोरी के मामले में जेल चला गया तो पारुल चौका बर्तन करके गुजर बसर करने लगी।
इस बीच उसकी प्रेम नगर निवासी एक युवक विकास सोनी से दोस्ती हो गई। एक साल पहले पारुल अपने बच्चों को छोड़ कर विकास के साथ चली गयी और दोनों बरेली में रहने लगे। पारुल की मां ने कृष्णा नगर पुलिस में शिकायत की तो पुलिस ने मामूली धारा में एफआईआर लिखकर कोई कार्रवाई नहीं की।

पारुल की माँ ने कोर्ट की शरण ली ओर कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने अपहरण की धारा बढ़ा दी। साथ ही दोनो के बयान कोर्ट में दर्ज कराने का भी आदेश दिया था।
कोर्ट के आदेश पर कृष्णानगर पुलिस बरेली के सदर बाजार से पारुल व विकास को लेकर लखनऊ आ रही थी। पुलिस के साथ ही विकास के भाई व साले भी थे। रास्ते में प्रेमी युगल की तबियत बिगड़ी। दोनों प्रेमी युगल ने पुलिस से कहा कि हम दोनों ने जहर खा लिया है। रास्ते में उनकी तबियत ओर ज्यादा बिगड़ती चली गई और लखनऊ पहुंचने तक उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस हिरासत में प्रेमी युगल की मौत की खबर मिलते ही अफसरों में हड़कम्प मच गया।
पारुल की मां सुषमा को जब बेटी की मौत की खबर मिली तो वह बेसुध सी हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही से बेटी की मौत हुई है। जब दोनों को पुलिस लेकर आ रही थी तो उनके पास जहरीला पदार्थ कहां से आ गया। उन्होंने लखनऊ पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है कि जब दोनो की तबियत बिगड़ रही थी तो रास्ते में दोनों को किसी अस्पताल में भर्ती करा देते। उन्होंने पुलिस के साथ ही विकास के भाई व साले को भी दोनो की मौत को जिम्मेदार ठहराया है।
डीसीपी मध्य सोमेन वर्मा का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर पुलिस पारुल व विकास को बयान दर्ज कराने के लिये सूचना देने गई थी। वहां से विकास के भाई व साले दोनों को लेकर लौट रहे थे तो कृष्णानगर कोतवाली के दो सिपाही भी उनके साथ ही आने के लिये बैठ गए थे। दोनों को हिरासत में नहीं लिया गया था। जहरीला पदार्थ खाने के बारे में डीसीपी ने बताया कि जांच में सामने आ रहा है कि दोनों ने गाड़ी में बैठने से पहले ही जहर खा लिया था। मामले की जांच की जा रही है।
