सलीम फारुकी संवाददाता

शामली: रविवार को हाथरस में रेप पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुंचे रालोद नेता एवं समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस की बर्बरता पूर्वक की गई लाठी चार्ज के विरोध में किसान युवा नेताओं ने आवाज बुलंद करते हुए राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
हाथरस कांड को लेकर उत्तर प्रदेश में जगह जगह विपक्षी एवं अन्य संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने का सिलसिला लगातार जारी हैं। रविवार को रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी हाथरस में रेप पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुंचे थे। जिसके बाद रालोद नेता जयंत चौधरी एवं सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज कर दिया था।
लाठी चार्ज होने के बाद रालोद नेता के समर्थकों ने घेरा बनाकर रालोद नेता जयंत चौधरी को पुलिस की लाठियों से बचाते हुए योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी। रालोद नेता एवं सपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के विरोध में सोमवार को किसान नेता राजन जावला के नेतृत्व में अन्य किसान कैराना तहसील मुख्यालय पर पहुंचे।
सभी युवा किसान नेताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में सभी ने तहसीलदार प्रवीण कुमार को राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने हाथरस के अंदर रालोद नेता जयंत चौधरी व सपा कार्यकर्ताओं पर हुई लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की तथा उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से मांग की हैं कि हाथरस कांड की जांच सुप्रीम कोर्ट के जजों से कराई जाएं।
रालोद नेता जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज कराने वाले डीएम, एसपी पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हो। इसके साथ ही हाथरस की रेप पीड़िता के परिवार को एक करोड रुपए की आर्थिक सहायता एवं सरकारी नौकरी दी जाएं। हाथरस रेप पीड़िता का परिवार अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा हैं। उनको वाई श्रेणी की सुरक्षा तुरंत उपलब्ध कराई जाएं।
उन्होंने राज्यपाल से मांग की हैं कि प्रदेश सरकार को तत्काल बर्खास्त करके राष्ट्रपति शासन लगाया जाएं। इस दौरान किसान नेता राजन जावला, नदीम चौधरी, सुकेब अली एडवोकेट, मोहसिन, वसीम चौधरी, सलमान चौधरी, अब्दुल्ला, दानिश, आदि मौजूद रहें।
