मनोज कुमार समाचार संपादक
कोरोना महामारी के कारण इस साल भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले का भी आयोजन नहीं किए जाने का निर्णय लिया गया है।

1980 के बाद दूसरा मौका है जब आईआईटीएफ का आयोजन नहीं किया जा रहा है। भारतीय एग्जीविशन इंडस्ट्री को करीब 70 प्रतिशत का घाटा हुआ है। भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के अनुसार इस साल केवल प्रगति मैदान में 81 एग्जीबिशन होने थे। इनमें से 59 एग्जीबिशन स्थगित हो गए हैं।
वहीं आईटीपीओ के कार्यकारी निदेशक राजेश अग्रवाल ने बताया कि मौजूदा समय में बाजार की तरफ से फिर से एग्जीबिशन को शुरू करने की मांग तेज हो गई है। तभी से आईटीपीओ और सरकार के बीच फिर से एग्जीबिशन शुरू करने को लेकर पिछले एक महीने से लगातार बैठकें जारी हैं।
राजेश अग्रवाल ने कहा कि अब हर किसी की मंशा है कि फिर से एग्जीबिशन शुरू किए जाएं। इसलिए संभव है 15 अक्टूबर के बाद फिर से प्रगति मैदान में एग्जीबिशन शुरू हो सकता है लेकिन सरकार की तरफ से अभी केवल बिजनेस टू बिजनेस एग्जीबिशन की छूट दी गई है। जबकि इन एग्जिबीशंस में आम लोगों के आने की अनुमति अभी नहीं दी गई है।
राजेश अग्रवाल ने बताया कि इस तरह के बड़े आयोजन के लिए कम से कम 3 से 4 महीने तैयारी करने में समय लगता है। लेकिन इतने कम समय में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन कराते हुए ट्रेड फेयर का आयोजन कराना संभव नहीं है।
