
मेरठ: हाथरस गैंगरेप केस (Hathras gangrape case) में पीड़िता के संग हुई दरिंदगी की दस्तां सुन मेरठ के रहने वाले पवन जल्लाद (Pawan Jallad) काफी दुखी है। साथ ही पीड़िता का हाल सुन पवन जल्लाद काफी गुस्से में भी है। पवन जल्लाद ने आरोपियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि अभी उनके हाथों में बहुत जान है। ऊपर वाले ने चाहा तो इन चारों को भी जल्द अंजाम तक पहुंचाऊंगा।
पवन ने ये भी कहा कि मौका मिले तो मैं आज ही इनके लिए फंदा (Noose) तैयार कर सकता हूं। उस लड़की की मां से मेरा वादा है कि मैं इस हालात में हमेशा उसके साथ हूं।
सोचा नहीं था फिर ऐसा कुछ देखना पड़ेगा
बता दे कि निर्भया केस के आरोपियों को मेरठ के रहने वाले पवन जल्लाद ने इसी वर्ष 20 मार्च को तिहाड़ जेल में फांसी के फंदे पर लटकाया था। पवन जल्लाद ने हाथरस गैंगरेप केस के बारे में आँखो देखी लाईव से बात करते हुए बताया कि मैं जब निर्भया के दोषियों को फांसी दे रहा था तो मुझे अहसास था कि इसे पूरा देश देख रहा है।
जो खुरापाती युवा हैं वो भी देख-सुन रहे होंगे। शायद इसे देखने के बाद अब कोई और युवा ऐसे कांड को अंजाम नहीं देगा। लेकिन जब मैंने हाथरस गैंगरेप केस की इस पीड़िता की मौत की खबर सुनी तो अहसास हुआ कि ऐसे लोग कभी नहीं सुधरेंगे।
पवन जल्लाद ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा है, निर्भया केस को मैंने बारिकी से देखा है। कैसे केस को एक-एक पल के लिए खींचकर उसे लंबा किया गया। दोषियों को राहत पहुंचाने की कोशिश की गई। लेकिन मेरा अब सरकार और पुलिस-प्रशासन से अनुरोध है कि इस हाथरस गैंगरेप केस को फॉस्ट ट्रैक कोर्ट में चलाएं। ज़्यादा से ज़्यादा 6 महीने में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी कर आरोपियों को सजा दें और मुझे फांसी देने का मौका दें। जिससे बुरा करने वालों को फांसी देकर मुझे सुकून मिले।
