अनिल शर्मा‚ संवाददाता

बहसूमा: नगर के मोहल्ला कैलाशपुरी में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल मे बुजुर्ग की मौत होने पर मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। मृतक मरीज के परिजनों का आरोप था कि इलाज में लापरवाही बरती गई है जिसके कारण उसकी मौत हो गई है। मरीज के परिजनों ने हंगामा करते हुए अस्पताल में तोड़फोड़ भी की है। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई। नगर के कुछ संभ्रांत लोगों द्वारा बाद दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया।
थाना प्रभारी शिवदत्त सिंह ने बताया कि नगर के मोहल्ला कैलाशपुरी में बटावली मार्ग पर डॉक्टर पवन गोयल का अस्पताल है। सोमवार की शाम जब डॉक्टर पवन गोयल मरीज देख रहे थे तभी नगर के ही रहने वाले अशोक गिरी के परिवार के लोग उन्हें दिखाने के लिए अस्पताल में पहुंचे। डॉक्टर पवन गोयल ने मरीज अशोक गिरी को देखने के बाद परिजनों को बताया कि उम्र अधिक होने के कारण उनकी तबीयत काफी खराब है।

डॉक्टर ने अशोक गिरी के परिजनों को उन्हें मेरठ के अस्पताल में दिखाने के लिए कहा। लेकिन अशोक गिरी के परिवार के लोग कोरोना के टेस्ट से बचने के लिए उन्हें डॉक्टर पवन गोयल से भर्ती करने के लिए आग्रह करने लगे। जिसके बाद डॉक्टर ने सभी जरूरी चेकअप के बाद अशोक गिरी पुत्र बाबू गिरी उम्र 70 वर्ष को अपने अस्पताल में भर्ती कर लिया तथा उनका उपचार शुरू कर दिया। सोमवार की रात अचानक मरीज की तबीयत बिगड़ने लगी इसके बाद डॉक्टर पवन गोयल ने उन्हें ड्रिप लगवा दी। मंगलवार की सुबह अचानक अशोक गिरी की तबीयत बिगड़ने से उनकी मौत हो गई।
जैसे ही ऐसी अशोक गिरी के परिवार के लोगों को यह जानकारी हुई कि उनके मरीज की मौत हो गई है। तो वह आपा खो बैठे तथा चिकित्सक से अभद्रता करते हुए अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। जैसे ही घटना की सूचना थाना पुलिस को मिली थाना प्रभारी शिवदत्त सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को थाने ले आए। जब पुलिस ने डॉक्टर पवन गोयल से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि मृतक मरीज अशोक गिरी की तबीयत काफी दिनों से खराब चल रही थी। उपचार के बाद भी उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो पाया जिसके चलते इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। लेकिन मृतक अशोक गिरी के परिजन जानबूझकर उन्हें फंसाने के लिए यह आरोप लगा रहे हैं कि मरीज के इलाज में कोताही बरती गई है। जो पूरी तरह बेबुनियाद है।
इसके बाद मृतक अशोक गिरी के पुत्र अनिल गिरी ने नगर के संभ्रांत लोगों के कहने पर यह कहते हुए समझौता कर लिया कि उनके पिता की मौत बीमारी के चलते ही हुई है। लेकिन इलाज के दौरान डॉक्टर के स्टाफ के द्वारा लापरवाही बरती गई है। जिसके लिए डॉक्टर पवन गोयल को अपने स्टाफ की ओर से माफी मांगनी होगी। इतना कहने पर डॉक्टर पवन गोयल ने नगर के चेयरमैन विनोद कुमार चाहल, थाना प्रभारी शिवदत्त सिंह, सीओ मवाना उदय प्रताप सिंह की मौजूदगी में मृतक के परिवार से अपने स्टाफ की ओर से गलती स्वीकार की। जिसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया। मृतक मरीज अशोक गिरी के परिवार के लोग उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए हैं।
समाचार लिखे जाने तक इस मामले में किसी भी पक्ष की ओर से कोई तहरीर नहीं आई थी। थाना प्रभारी शिवदत्त सिंह व सी ओ मवाना उदय प्रताप सिंह का कहना है कि दोनों पक्षों में हुई गलतफहमी की वजह से मामला बिगड़ता चला गया। लेकिन नगर के संभ्रांत लोगों ने दोनों पक्षों में सुलह कराकर पूरे मामले का निस्तारण करा दिया है ।अब इस मामले में कोई भी पक्ष कानूनी कार्रवाई करने को राजी नहीं है।
