अजय पाल सिंह

गांव में आजादी के बाद से आज तक एससी सीट नही हुई घोषित हर बार चुनाव आने पर एससी समाज के लोगों के सपनो पर फिर जाता है पानी।
मेरठ। आजादी से आज तक ग्राम पंचायत शफियाबाद लौटी की सीट आरक्षित नही हुईं, जिससे कि अनुसूचित जाति के व्यक्तियो को आरक्षित सीट पर चुनाव लड़ने का मौका मिल सके, 2021 में होने वाले परिसीमन पर अनुसूचित जाति के लोग आस लगाए बैठे हैं कि कब सीट आरक्षित हो और चुनाव लड़े।
जनपद मेरठ के खरखौदा ब्लाक की ग्राम पंचायत शफियाबाद लौटी की प्रधानी की सीट सन 1947 जब से देश आजाद हुआ है,तब से आज तक प्रधानी की सीट आरक्षित SC में नही आयी है,जिससे कि अनुसूचित जाति के व्यक्ति फ़्रेश होकर चुनाव लड़ सकें। वैसे तो इस ग्राम पंचायत में सबसे ज्यादा संख्या सामान्य मुस्लिम समाज व पिछड़ी जाति के लोगे की है।इसके बाद अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या है।इस गांव की सीट कभी जनरल कभी पिछडी महिला के लिए सीट घोषित हो जाती है।जिसके कारण अनुसूचित जाति के लोगो का चुनाव SC सीट पर लड़ने का सपना हर बार अधूरा रह जाता है।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2021 में होने वाले पंचायत चुनाव के परिसीमन के बाद आरक्षित सीट की आस लगाए बैठे है। कब सीट आरक्षित वर्ग में शामिल हो और चुनाव लड़ने का मौका मिले, सामान्य सीट पर चुनाव पर 2015 में पहली बार अनुसूचित जाति की महिला ने पर्चा भरा था। लेकिन गाँव की स्थिति को देखते हुए पर्चा वापिस लेना पड़ा।