
चीन ने पिछले हफ्ते पहली बार स्वीकार किया था कि पिछले साल गलवान घाटी में झड़पों के दौरान उसके चार सैनिक मारे गए थे। यह वीडियो भी चीन की ओर से किए गए बयान के बाद जारी किया गया था। वीडियो में दावा किया गया है कि 15 जून 2020 को यह हिंसक झड़प थी। इस वीडियो को ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल से शेयर किया गया था। अब चीन में इस तरह के काफी वीडियो हैं। वहां के नागरिक लगातार विवाद के वीडियो शेयर कर रहे हैं। वे यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि हिंसा को भारतीय सैनिकों ने उकसाया था।
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चीन के लोग सोशल मीडिया पर अपने सैनिकों की तारीफ कर रहे हैं। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भारतीय दूतावास को गाली देने वाले कई लोग हैं। चीन के सरकारी अखबार के मुताबिक, हैश टैग लोग इन दिनों देख रहे हैं कि वे मेरे लिए मर गए हैं।
चीन ने गलवान घाटी में मौत के बाद जिन सैनिकों को सम्मानित किया है उनकी तस्वीरें वायरल हो रही है. लोग इस हिंसक झड़प से जुड़े अलग-अलग मद्दों के बारे इटरनेट पर सर्च कर रहे हैं. कई लोग ऐसे भी हैं जो अपने सैनिकों के खिलाफ लिख रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गिरफ्तारियां भी की हैं.
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बता दें कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अब भारत और चीन के बीच तनाव लगभग खत्म हो गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि भारत और चीन के बीच राजनयिक और सैन्य स्तर की वार्ता के बाद पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों द्वारा सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया ‘पूरी हो गई’ है. उन्होंने भारतीय सैनिकों की बहादुरी पर ‘संदेह’ जताने को लेकर कांग्रेस पर भी प्रहार किया.,
