
नई दिल्ली: महीनों गायब रहने के बाद, चीन के उद्योगपति और अलीबाबा (Alibaba) के संस्थापक जैक मा यूं (Jack Ma Yun) अचानक दुनिया के सामने आ गए है। यूं ने ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शिक्षकों को संबोधित किया। यह क्रार्यक्रम ग्रामीण शिक्षा उपलब्धियों से जुड़ा वार्षिक कार्यक्रम का हिस्सा था। इस कार्यक्रम में पहली बार जैक मा की उपस्थिति एक स्थानीय ब्लॉग पर दिखाई दी।
इसके बाद, इस मामले में शामिल लोगों ने इसकी पुष्टि की। चीन के तीसरे सबसे बड़े अमीर और अरबपति को लेकर दुनिया में बढ़ते दबाव के बाद चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने जैक मा का एक वीडियो जारी किया है। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, जैक मा ने बुधवार को वीडियो लिंक के जरिए चीन के 100 ग्रामीण शिक्षकों से बात की। जैक मा ने शिक्षकों से कहा, “हम फिर से मिलेंगे जब कोरोना वायरस चला जाएगा।
बता दे कि जैक मा पिछले साल नवंबर से एक सार्वजनिक कार्यक्रम या टीवी शो में दिखाई नहीं दिए थे, जिसके बाद उनके लापता होने की खबरें आने लगीं। चीनी मीडिया एशिया टाइम्स ने दावा किया कि जैक मा एक सरकारी एजेंसी की निगरानी में है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख पीपल्स डेली ने कहा कि जैक मा को देश छोड़ने का आदेश दिया गया था। वह गिरफ्तार या हिरासत में भी हो सकते हैं।
आपको बता दें कि जैक मा ने पिछले साल चीन के ब्याज आधारित वित्तीय नियामकों और राज्य के स्वामित्व वाले बैंकों की तीखी आलोचना की थी। उन्होंने पारंपरिक बैंकों को अक्टूबर के अंत में शंघाई में एक बॉन्ड शिखर सम्मेलन में “मोहरे की दुकान” कहा। तब से जैक मा काे कोई सार्वजनिक रूप नहीं देखा गया था। जैक के बारे में रहस्य तब और गहरा गया जब उन्होंने अफ्रीका के बिजनेस हीरो के फाइनल एपिसोड में नहीं पहुंचे। कंपनी का एक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचें।