सुनील बेंद्रे संवाददाता

गोंडा जिले के परसपुर थाना क्षेत्र के पसका गांव में सोमवार देर रात घर में सो रहीं तीन दलित बेटियों पर तेजाब फेंक दिया था। जिसमें तीनों बहने गंभीर रूप से झुलस गईं। तीनों बेटियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बड़ी बहन की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। तेजाबी हमले के बाद पुलिस एनकाउंटर के बाद आशीष नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वही आरोपी की मां ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

आरोपी आशीष जायसवाल की मां ने कहा कि मेरा बेटा निर्दोष है। तथा पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि आशीष अपनी बहन के यहां गया था तथा पुलिस वाले आए और उसे पकड़कर ले गए और फिर गोली मार दी। पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ दिखाकर एनकाउंटर में आशीष के गोली मारी। आरोपी की मां का कहना है कि इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच हो। गांव में हमारे प्रति काफी लोग रंजिश रखते हैं जिसमें रजीसन मेरे बेटे को गांव वालों ने ही फंसा दिया है।
पुलिस ने मंगलवार को परिवार के अन्य शक के घेरे में आए लोगों को भी उठाया था। आरोपी आशीष जायसवाल की मां ने कहा कि मुझे न्याय चाहिए। उन्होंने गुहार लगाई कि कोई मुझे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवा दे। इस मामले मे जिले के पुलिस अधीक्षक शैलेष कुमार पांडेय का कहना है कि हर आरोपी व उसका परिजन अपने आपको निर्दोष ही बताता है। पूरा एनकाउंटर सत्य घटना है।
