मनोज कुमार‚ समाचार संपादक

मेरठ: कोराेना मरीजों के इलाज में लापरवाही बरतने पर गढ़ रोड़ स्थित लोकप्रिय अस्पताल के प्रबंधक, मालिक और मैनेजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि अस्पताल मेंं प्रबंधन तंत्र द्वारा कोविड-19 के मरीजों के उपचार में लापरवाही बरती गई। है। जिसके चलते छह मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। अस्पताल प्रबंधन पर आरोप है कि उसने समय रहते हुए कोरोना मरीजों को मेडिकल रेफर नही किया लेकिन जब मरीजों की हालत ज्यादा बिगड़ी तो तो उन्हे मेडिकल के लिए रेफर किया गया और हालत गंभीर होने पर मरीजों की जान नही बचाई जा सकी।
इस पूरे मामले का खुलासा होने के बाद कमिश्नर के आदेश पर डिप्टी सीएमओ की तरफ से लोकप्रिय अस्पताल के प्रबंधक, मालिक और मैनेजर पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस कार्रवाई के बाद जिले अस्पतालों में हड़कंप मच गया है।
कोरोना मरीजों की मौत की समीक्षा में हुआ खुलासा
बता दे कि जनपद में कोरोना से मौत की संख्या लगातार बढ़ रही है। इससे शासन स्तर पर कई बार नाराजगी जाहिर की जा चुकी है। मरीजों की मौत की समीक्षा में सामने आया कि गढ़ रोड स्थित लोकप्रिय अस्पताल से रेफर हुए छह मरीजों ने मेरठ मेडिकल कॉलेज में पिछले कुछ दिनों में दम तोड़ दिया है। जांच में सामने आया कि मरीजों की मौत में लोकप्रिय अस्पताल के प्रबंधन तंत्र ने लापरवाही बरती। मरीजों की हालत ज्यादा बिगडऩे पर उन्हें रेफर किया गया। मेडिकल कालेज में पहुंचने के कुछ समय बाद ही उनकी मृत्यु हो गई।
लाइसेंस भी किया जा सकता है निरस्त
जानकारों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट के बाद अस्पताल का लाइसेंस भी निरस्त कराया जा सकता है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन तंत्र दावा कर रहा है कि मरीज गंभीर हालत में उनके पास आए थे, जिन्हें बाहर से ही रेफर कर दिया गया।
प्रबंधक अतुल कृष्ण ने दी सफाई
इस मामले में अतुल कृष्ण भटनागर, प्रबंधक निदेशक, लोकप्रिय अस्पताल ने अपनी सफाई में कहा है कि गंभीर हालत में अस्पताल में मरीज आए थे। लोकप्रिय में कोविड-19 के मरीजों का इलाज नहीं हो सकता था। इसलिए उन्हें एलएलआरएम रेफर कर दिया था। उसमें किसी डाक्टर और प्रबंधक का कोई दोष नहीं है। मुकदमा दर्ज किया गया तो उसके सभी साक्ष्य पेश किए जाएंगे।
