
भारत और चीन के जारी तनाव के दौरान चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की ओर से बड़ी खबर सामने आई है। पहली बार ग्लोबल टाइम्स ने माना है कि गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों से हुई झड़प में चीनी सैनिकों की मौत भी हुई थी।
आपको बता दे कि भारत की तरह चीन में मीडिया को स्वतंत्रा नहीं है। वहां जो भी अख़बार या टीवी हैं सब पर वहां की कम्युनिस्ट सरकार का नियंत्रण है। अखबार या टीवी में जो कुछ भी छपता या दिखता है उसे चीन की कम्युनिस्ट सरकार के एजेंडे या प्रॉपेगैंडा के तौर पर देखा जाता है। इन अख़बारों में लगातार भारत के ख़िलाफ़ धमकियां और चीन की बेशुमार ताक़त के बारे में छपता है। कहा जाता है कि ये अखबार चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र हैं। ग्लोबल टाइम्स उन्हीं अख़बारों में से एक बड़ा अखबार है।
अब तक ग्लोबल टाइम्स जैसे अख़बार भी चीनी सैनिकों की मौत से इनकार करते रहे है लेकिन अब पहली बार इसी अख़बार के संपादक ने चीनी पक्ष के नुक़सान की बात मानी है।
ग्लोबल टाइम्स अख़बार के संपादक हू शिजिन ने अपने ट्वीट में कहा, है कि ”जितना मैं जानता हूँ उसके हिसाब से गलवान घाटी में 15 जून को भारत के 20 सैनिकों की मौत की तुलना में चीनी सैनिक बहुत कम हताहत हुए थे। किसी भी चीनी सैनिक को भारतीय सैनिकों ने पकड़ा नहीं था जबकि पीएलए (चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी) के जवानों ने कई भारतीय सैनिकों को पकड़ा था।”
